बिहार चुनाव 2020ः नालंदा की हिलसा सीट से मात्र 13 वोट से हार गई RJD, धांधली का आरोप लगा बवाल
मात्र 13 वोट से 2015 के विधानसभा चुनाव में जीती हुई हिलसा सीट हारने पर राजद समर्थकों मेंं उबाल है। अंतिम 33वें राउंड की मतगणना की अधिकृत घोषणा के बाद हिलसा व इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए बनाए गए विशेष मतगणना केंद्र सोगरा कॉलेज को राजद समर्थकों ने घेर लिया।
नालंदा, जेएनएन। मात्र 13 वोट से 2015 के विधानसभा चुनाव में जीती हुई हिलसा सीट हारने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के समर्थकों मेंं उबाल है। अंतिम 33वें राउंड की मतगणना की अधिकृत घोषणा के बाद हिलसा व इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए बनाए गए विशेष मतगणना केंद्र सोगरा कॉलेज को राजद समर्थकों ने घेर लिया। धांधली का आरोप लगा नीतीश के खिलाफ नारे लगाने लगे। स्थिति विस्फोटक हो गई तो अर्धसैनिक बलों ने मोर्चा संभाल लिया। एसपी नीलेश कुमार भी मौके पर पहुंच गए और समर्थकों को समझाने में जुट गए।
145 वोटों को जबरन रद करने का आरोप
राजद प्रत्याशी अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव बैलेट पेपर पर हुए मतदान की गिनती में 145 वोटों को जबरन रद करने का आरोप लगा रहे हैं। उनके समर्थकों का आरोप है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर लोकतंत्र का गला घोंटा गया है। जीते हुए प्रत्याशी को हराया गया है। 33वें आखिरी राउंड में राजद प्रत्याशी अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को 61 हजार 603 मत, वहीं जदयू प्रत्याशी कृष्णमुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को 61 हजार 616 मत मिलने की घोषणा की गई। 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद ने हिलसा सीट जीती थी। अत्रि मुनि उर्फ शक्ति ङ्क्षसह यादव विधायक बने थे।
मुख्यमंत्री के गृह प्रखंड हरनौत में लोजपा रही मुख्य प्रतिद्वंद्वी
हरनौत से लोजपा प्रत्याशी ममता देवी ने ही कुमार सुमन सिंह से अधिक मत प्राप्त किए और जद यू प्रत्याशी हरिनारायण सिंह की मुख्य प्रतिद्वंद्वी रहीं। ममता ने महागठबंधन के कांगेश प्रत्याशी कुंदन कुमार को तीसरे नंबर पर ढकेल दिया। जिले की सातों विधानसभा में मुख्यमंत्री के गृह प्रखंड हरनौत ही ऐसी सीट रही, जहां जद यू की मुख्य प्रतिद्वंद्वी लोजपा रही। यह भी बता दें कि ममता जद यू नेत्री थीं और टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत करके लोजपा के टिकट पर हरनौत से चुनाव लड़ा था।