Bihar Assembly Election : इस बार युवाओं के हाथ भाजपा की चुनावी कमान
Assembly Election पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय मंगल पांडेय व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर लगाया दांव। तीनों ऐसे साधेंगे सामाजिक समीकरण।
पटना, रमण शुक्ला। Bihar Assembly Election : विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने पार्टी के युवा नेताओं पर दांव लगाया है। पार्टी ने कई प्रदेशों में चुनाव कराने के अनुभव को ध्यान में रखते हुए मंगल पांडेय को चुनाव संचालन समिति की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, नित्यानंद राय को चुनाव प्रबंधन समिति की कमान दी गई है।
यादव चेहरे के रूप में नित्यानंद के सिर लोकसभा चुनाव में पार्टी को सौ फीसद जीत दिलाने का सेहरा है। भाजपा नित्यानंद राय और मंगल पांडेय को बिहार में प्रभावी चेहरे के रूप में देख रही है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर पार्टी ने चुनाव से संबंधित दो अहम जिम्मेदारी दोनों नेताओं को दी है। तीसरा चेहरा पार्टी ने बिहार के चुनाव प्रभारी के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को बनाया है। तीनों नेता कई मौकों पर पार्टी और संगठन की कसौटी पर खरे उतर चुके हैं।
यादव मतदाता पर नजर
भाजपा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को बिहार विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाकर राजद के आधार वोट पर चोट करने की रणनीति तय की है। पार्टी पिछड़े और अतिपिछड़े मतदाताओं को लक्ष्य बनाकर चुनावी बिसात पर काम कर रही है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को चुनाव संचालन समिति की नुमाइंदगी सौंप कर पार्टी ने अगड़े समाज को साधने का प्रयास किया है। दोनों के पास विधानसभा चुनाव का अनुभव और बिहार के सामाजिक समीकरण की जानकारी है। इसके साथ ही काम करने का लंबा अनुभव है।
भाजपा की दूसरी पीढ़ी के नेताओं में दोनों नेता सर्वमान्य चेहरा भी हैं। सबसे कम उम्र में बिहार भाजपा की बागडोर संभालने वाले मंगल पांडेय के सियासी खाते में कई उपलब्धियां दर्ज हैं। बिहार से पार्टी को एक साथ 27 सांसद दिए। एकमुश्त 13 विधान पार्षद बनाने का रिकॉर्ड कायम किया था। महत्वपूर्ण यह है कि पार्टी के तमाम गुटों के बीच समीकरण साधे रखना मंगल पांडेय की सांगठनिक क्षमता का परिचायक है।