अशोक नगरवासियों को सताने लगा मॉनसून का खतरा

राजधानी में जलजमाव से सबसे ज्यादा प्रभावित एरिया कंकड़बाग है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 May 2017 03:02 AM (IST) Updated:Wed, 17 May 2017 03:02 AM (IST)
अशोक नगरवासियों को सताने लगा मॉनसून का खतरा
अशोक नगरवासियों को सताने लगा मॉनसून का खतरा

पटना। राजधानी में जलजमाव से सबसे ज्यादा प्रभावित एरिया कंकड़बाग है। खासकर अशोकनगर मोहल्ला। बारिश के दिनों में यहां के लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। इसका भय अभी से ही लोगों को सता रहा है। जलजमाव से राहत दिलाने के लिए पूरे वर्ष न तो जनप्रतिनिधि ने सुधि ली और न निगम के पदाधिकारी।

इन क्षेत्रों में होता है जलजमाव

अशोक नगर रोड नंबर एक से 12 तक, एमआइजी, एलआइजी, रेंटर फ्लैट, इंदिरा नगर, आरएमएस कॉलोनी, सब्जी बाजार, बी सेक्टर, जे सेक्टर, ऑटो स्टैंड, शिवाजी पार्क, पीपुल्स को-ऑपरेटिव कॉलोनी के सभी सेक्टर में जलजमाव हो जाता है। संप हाउस के निर्माण गति तेज नहीं होने से इस बार भी डूबने का खतरा बना हुआ है।

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थोड़ी देर बारिश में ओवर फ्लो करने लगता है मैनहोल

बारिश के दिनों में थोड़ी देर की बारिश में ही जलजमाव की स्थिति हो जाती है। मोहल्ले के मैनहोल पानी खिंचने के बजाय ओवर फ्लो करने लगता है। जीरो प्वाइंट संप हाउस को मीठापुर से जोड़ा जाना था, लेकिन इसकी भी गति काफी धीमी है। यह नाला निर्माण कई जगहों पर अधूरा है। बारिश के दिनों में एमआइजी कॉलोनी में सप्ताह से 15 दिनों तक पानी जमा रहता है। सीवरेज की भी स्थिति खराब है।

पाइप लाइन में लीकेज, घरों में आता है गंदा पानी

अशोक नगर के आसपास के इलाके में जलापूर्ति पाइप लाइन जर्जर हो गई है। इस कारण घरों में नल से गंदा पानी आता है। स्थानीय लोगों के अनुसार बारिश के दिनों में नगर निगम के जलापूर्ति किए जाने वाला पानी कपड़ा धोने लायक भी नहीं होता।

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संप हाउस के पास कचरे का अंबार

कंकड़बाग अंचल कार्यालय से महज पांच सौ मीटर पर अवस्थित जीरो प्वाइंट संप हाउस के चारों ओर कचरे का अंबार लगा है। स्थानीय लोगों के अनुसार नाला निर्माण के कारण एक छोर से आवागमन भी बाधित है। शिकायत के बाद भी तीन-चार दिनों पर कचरा का उठाव होता है। डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव करने वाला मजदूर कचरा को सड़क पर ही डाल दे रहे हैं। इस कारण इधर-उधर कचरा पसरा रहता है।

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कहते हैं लोग

डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाले मजदूर हर गली में हर दिन नहीं आते हैं। इसके कारण लोग खाली भूमि पर ही कचरा फेंक देते है। इलाके में चारों ओर गंदगी पसरा है।

दशरथ कुमार

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जीरो प्वाइंट नाला पर बनने वाला संप हाउस के निर्माण में गति धीमी होने के कारण इस बार भी बारिश में पूरा इलाका डूबना तय है। पिछले वर्ष भी बारिश में एक सप्ताह तक घरों में पानी भरा रहा था।

- शैलेश कुमार

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मॉनसून आने वाला है। जीरो प्वाइंट संप हाउस एवं उससे जुड़ने वाला नाला अभी तैयार नहीं हुआ है। इस बार बारिश में पूरा इलाका फिर डूबेगा। कचरा से भी लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। स्ट्रीट लाइट भी कम हैं।

- अंगद कुमार

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नगर निगम की ओर से जलापूर्ति पाइप लाइन हर गली में विस्तारित नहीं है। इससे पेयजल के लिए लोग आत्मनिर्भर है। जिन इलाकों में पाइप लाइन हैं, वहां गंदा पानी आने के कारण लोग फूल पौधों में पानी पटाने तथा गाड़ी धोने के लिए उपयोग करते हैं।

-गुड्डू कुमार

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