इस मंदिर में उमड़ती नि:संतान दंपतियों की भीड़, मां की कृपा से भरती गोद
पटना के बख्तियारपुर प्रखंड के नौली स्थित मां जगदंबा मंदिर के बारे में कहा जाता है, यहां आने वाले कभी खाली हाथ नहीं लौटते हैं। मां सबकी मनोकामना पूरी करती है।
पटना [जेएनएन]। पटना जिले के बख्तियारपुर प्रखंड के नरौली स्थित मां जगदंबा मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां जो भक्त भी अपनी मनोकामना लेकर आता है, उसकी इच्छा पूरी होती है। यहां खासकर नि:संतान दंपतियों की भीड़ रहती है। महिलाएं मानती हैं कि मां के दर्शन से उनकी सूनी गोद भर जाती है।
कैसे पहुंचे मंदिर
बख्तियारपुर के करौटा स्टेशन से एक किमी दक्षिण की ओर एवं बख्तियारपुर फोरलेन से सटे नरौली गांव के दक्षिण में यह मंदिर है। यह पटना से करीब चालीस किमी की दूरी पर स्थित है। मंदिर पहुंचने के लिए आटो व बस की व्यवस्था है।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर में मां जगदंबा की काले पत्थर की प्रतिमा है जो एक पीपल वृक्ष से प्रकट होती प्रतीत होती है। कहा जाता है कि यह प्रतिमा हजारों वर्ष पुरानी है। कभी यहां मंदिर था। जिसे नालंदा विजय अभियान के दौरान बख्तियार खिलजी ने ध्वस्त कर दिया था।
वर्तमान में मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर भी बना है। तालाब में स्थापित भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी की प्रतिमा के साथ ही यहां भगवान सूर्य, हनुमान एवं भोलेनाथ का अलग-अलग मंदिर है। साथ ही भक्तों के सहयोग से भव्य धर्मशाला का निर्माण भी किया गया है।
नवरात्र पर होती है विशेष भीड़
वैसे तो मंदिर में साल भर भक्त दर्शन-पूजन करने आते हैं, मगर नवरात्र में भीड़ काफी बढ़ जाती है। मंगलवार और शनिवार को यहां मेले जैसा दृश्य दिखता है। पूजा-पाठ के लिए काफी भक्तों की भीड़ जुटती है। नवरात्र के दौरान पूरा मंदिर भक्ती गीतों से गूंज उठता है।
बोले पुजारी
मंदिर परिसर में भक्तों की पूजा अर्चना हेतु व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है। यहां महिला एवं पुरुष भक्तों के लिए अलग-अलग कतार में लगकर पूजा-अर्चना करने की व्यवस्था है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से इच्छाएं पूर्ण हों जातीं हैं।
अरविंद सिंह, पुजारी