महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं, अब कांग्रेस ने राज्यसभा सीट के लिए RJD पर बढ़ाया दबाव

बिहार में विपक्षी महागठबंधन में पहले से जारी तकरार में एक नई वजह भी जुड़ गई है। अब कांग्रेस ने आरजेडी पर राज्‍यसभा की सीट के लिए दबाव बनाया है। पूरा मामला जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 08:36 PM (IST) Updated:Thu, 20 Feb 2020 11:13 PM (IST)
महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं, अब कांग्रेस ने राज्यसभा सीट के लिए RJD पर बढ़ाया दबाव
महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं, अब कांग्रेस ने राज्यसभा सीट के लिए RJD पर बढ़ाया दबाव

पटना, अरुण अशेष। बिहार में विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दोनों की तकरार की एक और वजह पैदा हो चुकी है। यह राज्यसभा (Rajya Sabha) की एक सीट है। इस पर कांग्रेस (Congress) ने दावा किया है। इसका चुनाव अप्रैल में होगा। उस महीने राज्यसभा में बिहार की पांच सीटें खाली हो रही हैं। अभी इन पांच में से तीन पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) और दो पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कब्जा है। लेकिन दो महीने बाद जब चुनाव होंगे, सत्‍ताधारी राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के हाथ से दो सीटें निकल कर विपक्ष के खाते में आ जाएंगी।

कांग्रेस ने किया का सीट पर दावा

अब तक यही माना जा रहा था कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते दोनों सीटें राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के कोटे में जाएंगी। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि वादे के मुताबिक एक सीट कांग्रेस की होगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में कांग्रेस को एक सीट यह कह कर कम दी गई थी कि इसकी भरपाई राज्यसभा चुनाव में कर दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि आरजेडी नेतृत्व इस वादे का सम्मान करेगा।

अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान का

मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल में राज्यसभा का यह अंतिम चुनाव होगा। राज्यसभा के लिए अगला चुनाव 2022 में होगा। हालांकि, परिपाटी के हिसाब से अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को लेना है।

सीट को ले लालू से मिले शत्रुघ्‍न सिन्‍हा! 

फिल्म अभिनेता व कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की पिछले दिनों रांची में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से हुई मुलाकात का असली संदर्भ भी यही बताया जा रहा है। शत्रुघ्‍न सिन्हा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस में आ गए थे। चुनाव लड़े मगर कामयाबी नहीं मिली।

कांग्रेस में भी कम नहीं उठापटक

बहरहाल, इस इकलौती सीट के लिए कांग्रेस में भी कम उठापटक नहीं है। पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार (Nikhil Kumar), विधायक सदानंद सिंह (Sadanand Singh) के अलावा उत्तर प्रदेश के राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) भी कांग्रेस कोटे के गंभीर दावेदार हैं। निखिल कुमार और सदानंद जहां राज्य में कांग्रेस के सामाजिक समीकरण के लिहाज से जरूरी हैं तो राजीव शुक्ला पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति के लिए महत्वपूूर्ण माने जा रहे हैं। आरजेडी के सहयोग से कांग्रेस के डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह (Dr. Akhilesh Prasad Singh) पहले ही राज्यसभा में जा चुके हैं। 

आरजेडी में भी दावेदारों की भरमार

वैसे, इन दो सीटों के लिए आरजेडी में भी कम दावेदार नहीं हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh), प्रदेश आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh), झारखंड से राज्यसभा के मौजूदा सदस्य प्रेमचंद्र गुप्ता (Prem Chandra Gupta) के अलावा पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव (Jai Prakash Narayan Yadav) और बुलो मंडल (Bulo Mandal) जैसे कई और नेता भी कतार में हैं।

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