बिहार का एक गांव, नाम-भादोघाट, यहां नशा करना मना है, लगता है ये जुर्माना, जानिए

बिहार का एक गांव है-भादोघाट यहां शराब पीने-पिलाने या खरीद-बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध है। इस गांव के लोगों ने कड़ा नियम बनाया है-शराब पीकर पकड़े जाने पर जुर्माना लगता है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 12 Aug 2019 02:39 PM (IST) Updated:Mon, 12 Aug 2019 08:56 PM (IST)
बिहार का एक गांव, नाम-भादोघाट, यहां नशा करना मना है, लगता है ये जुर्माना, जानिए
बिहार का एक गांव, नाम-भादोघाट, यहां नशा करना मना है, लगता है ये जुर्माना, जानिए

पटना, जेएनएन। वैसे तो पूरे बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है। लेकिन चोरी-छिपे शराब का सेवन और खरीद-बिक्री भी जारी है। एेसे में बिहार के समस्तीपुर जिले के सुदूर इलाके में बसे एक गांव, जिसका नाम है भादोघाट। इस गांव ने सख्त नियम बनाया है जिसके तहत गांव में शराब का सेवन या बिक्री करते पकड़े जाने पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।

लोगों को नशे से दूर रखने के लिए और खासकर युवावर्ग को शराब के नशे की लत से दूर रखने के लिए ही समस्तीपुर जिला स्थित वारिसनगर क्षेत्र के भादोघाट गांव के लोगों ने यह सख्त नियम बनाया है। 

कुछ दिन पहले ही भादोघाट गांव में रहने वाले लोगों के लिए नशा करने और नशीले पदार्थ बेचने के साथ खरीदने वालों पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। भादोघाट के ग्रामीणों ने बताया, ‘गांव के कई युवा नशे का शिकार होकर अपना भविष्य खराब कर रहे थे।

एेसे में युवाओं को नशे का शिकार होने से बचाने के लिए, गांव की सुख-शांति और बेहतर सामाजिक निर्माण के  लिए कुछ लोगों ने समाजसेवी सुरेश चौधरी के नेतृत्व में गांव को नशामुक्त बनाने के लिए मुहिम शुरू की। धीरे-धीरे इस अभियान से लोग जुड़ते गए और यह गांव अब नशामुक्त गांव होने का गौरव प्राप्त करने वाला है।

गांव के समाजसेवी सुरेश चौधरी ने बताया कि, ‘ग्रामीणों ने बैठक कर सर्वसम्मति से पूरे गांव को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इसके तहत लोगों खासकर युवा पीढ़ी को किसी भी प्रकार का नशा नहीं करने की शपथ दिलाई गई। इसका सख्ती से पालन करने के लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया।’

चौधरी ने कहा, ‘ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि गांव का कोई भी व्यक्ति नशा करते, नशे की हालत में और नशीली वस्तुओं की खरीद-बिक्री करते पकड़ा जाता है तो उससे 51 हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा ऐसा काम करने करने वाले व्यक्ति को पुलिस के हवाले भी किया जाएगा।’

उन्होंने कहा कि जुर्माने की राशि को गांव के विकास कार्यों में खर्च किया जाएगा। चौधरी ने बताया कि गांव के बाहर से नशा करके आने वाले लोगों को भी अब गांव में प्रवेश देने पर रोक लगा दी गई है। 

वहीं गांव के स्थानीय निवासी शशि रंजन चौधरी ने बताया कि  ‘ हमारे गांव की दुकानों में शराब ही नहीं, गुटखा बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा गांव में किसी भी पार्टी या त्योहार पर डीजे बजाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इन निर्णयों के उल्लंघन करने वालों पर ग्रामीण खुद नजर रख रहे हैं। इसके लिए एक समिति भी बनाई गई है, जिस पर इस निर्णय का सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी है।’ 

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