बीडीओ के खाते से 70 लाख की फर्जी निकासी का प्रयास

अमित कुमार, दुल्हिन बाजार : प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) के सरकारी खाते से असम और अ

By Edited By: Publish:Fri, 16 Oct 2015 11:26 AM (IST) Updated:Fri, 16 Oct 2015 11:26 AM (IST)
बीडीओ के खाते से 70 लाख की फर्जी निकासी का प्रयास

अमित कुमार, दुल्हिन बाजार : प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) के सरकारी खाते से असम और आंध्र प्रदेश में 70 लाख रुपये की फर्जी निकासी करने के प्रयास का मामला सामने आया है। जालसाजों ने असम के तिनसुकिया और आंध्र प्रदेश के विशाखापतनम के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा से रुपये निकालने की कोशिश की। दुल्हिन बाजार बीडीओ शालिनी प्रज्ञा का दावा है कि जिन दो चेक नंबरों से फर्जी निकासी का प्रयास किया गया, वह चेक कार्यालय में मौजूद हैं। आशंका जताई जा रही कि सरकारी खाते के चेक को स्कैन कर नकली चेक तैयार की गई। घटना की जानकारी होने के बाद प्रखंड कार्यालय में हड़कंप मच गया है। बीडीओ ने आला अफसरों को घटना की जानकारी दी है। जालसाजी में प्रखंड कार्यालय या बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत होने की संभावना है। खाते का आंकलन भी किया जा रहा है।

दुल्हिन बाजार के बीडीओ का सरकारी खाता एसबीआइ में है। पहले सरकारी खाता संख्या-10962962346 दानापुर शाखा में था, लेकिन चार माह पहले इसे दुल्हिन बाजार एसबीआइ शाखा में ट्रांसफर कर दिया गया। असम के तिनसुकिया स्थित एसबीआइ में कुमार वैभव के खाते में बीडीओ के खाते का चेक नंबर-985243 जमा किया गया। चेक 20 लाख 45 हजार 200 रुपये का था। मोटी रकम देखकर बैंक मैनेजर उज्जवल शर्मा ने बीडीओ को फोन किया, तब जाकर घटना की जानकारी हुई। बीडीओ ने किसी व्यक्ति को इतनी मोटी रकम का चेक निर्गत करने की बात से इन्कार किया। इसके बाद मैनेजर ने खाताधारी पर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इधर, मामले की जांच चल ही रही थी कि चार अक्टूबर को बीडीओ के मोबाइल पर विशाखापतनम से एसबीआइ के मैनेजर भीमावरन की कॉल आई। वहां से जानकारी मिली कि 28 सितंबर को केवीवी स्नारायणम नामक व्यक्ति ने अपने खाते में प्रखंड विकास पदाधिकारी, दुल्हिन बाजार के सरकारी खाते का 50 लाख रुपये का चेक नंबर-985233 जमा किया है। यह चेक निर्गत किए जाने से भी बीडीओ इन्कार कर दिया। प्रखंड के नाजिर प्रभु सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखकर फिलहाल उस खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है। उसके खाते के सभी चेक को निरस्त कर दिया गया है।

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