फाइल 8 का संशोधित : बंगाल भेजे जा रहे 45 मजदूरों मुक्त

बिहार से बंगाल ईंट भट्ठे पर भेजे जा रहे 45 मजदूरों को रजौली पुलिस ने मुक्त कराया। रविवार की रात मजदूरों एक बस के जरिए बंगाल भेजा जा रहा था।

By Edited By: Publish:Tue, 25 Oct 2016 02:51 AM (IST) Updated:Tue, 25 Oct 2016 02:51 AM (IST)
फाइल 8 का संशोधित : बंगाल भेजे जा रहे 45 मजदूरों मुक्त

नवादा। बिहार से बंगाल ईंट भट्ठे पर भेजे जा रहे 45 मजदूरों को रजौली पुलिस ने मुक्त कराया। रविवार की रात मजदूरों एक बस के जरिए बंगाल भेजा जा रहा था। इस बाबत श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के प्रतिवेदन पर हिसुआ थाना क्षेत्र के शिवनारायण बिगहा के मजदूर ठेकेदार अमृत चौहान के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

बताया जाता है कि रविवार की रात्रि करीब 10 बजे मजदूरों को लेकर जा रही बस जा बंगाल जा रही थी। सूचना एसडीपीओ उपेंद्र कुमार को मिली। उन्होंने तत्काल कार्रवाई का निर्देश रजौली थानाध्यक्ष संजीव कुमार गुप्ता को दिया। तब रजौली बाइपास में पुरानी चेकपोस्ट पर गश्ती में रहे रजौली थाने के अवर निरीक्षक चन्द्रशेखर आजाद ने सियाराम बस गाड़ी संख्या डब्लू बी 76 ए 0629 को रुकवाया। जांच के क्रम में पूरे बस को मजदूरों से खचाखच भरा हुआ पाया। पूछताछ के बाद पता चला कि मजदूरों को ठेकेदार अनाधिकृत रूप से बंगाल ईंट भट्ठे भेज रहे हैं। तब बस को जब्त ड्राईवर व खलासी को हिरासत में ले लिया गया। थाने में पूछ-ताछ के क्रम में चालक-खलासी ने बताया कि इन मजदूरों को नवादा जिले के ही गढ़पर हिसुआ के मुकेश ¨सह नामक ठेकेदार द्वारा बाबूघाट, कोलकाता ईंट भट्ठे पर भेजा जा रहा है। सभी मजदूर जिले के हिसुआ, गोविन्दपुर, अकबरपुर, नारदीगंज, सिरदला, नरहट तथा गया जिला के फतेहपुर थाना क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों के थे। इस दौरान मजदूरों ने बताया कि हमलोगों को एक परिवार के तीन लोगों को ठेकेदार के द्वारा 80 हजार रुपये आठ महीने मजदूरी के रुप में दिया जाता है। इस बीच पुलिस की सूचना पर पहुंचे श्रम पदाधिकारी ने खुलासा किया मजदूरों को मुकेश ¨सह की बजाय अमृत चौहन भेज रहा था। श्रम पदाधिकारी के प्रतिवेदन पर अमृत चौहान के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। सभी मजदूरों को आजाद कर दिया गया।

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सक्रिय हैं कई ठेकेदार

- मजदूरों को भेजने का सिलसिला करीब दो महीनों से जारी है। जिले में सक्रिय मजदूर ठेकेदार प्रतिवर्ष जिले से लाखों मजूदरों को दूसरे राज्यों मसलन बंगाल, यूपी, हरियाणा आदि के ईंट भट्ठों पर भेजते हैं। रजौली अनुमण्डल में भी मजदूर भेजने के कई ठेकेदार अपनी पैठ जमाए हैं। जानकार बताते हैं कि ठेकेदार सीजन में मजदूर भेजकर लाखों रुपये कमाते है। ठेकेदार की सांठ-गांठ प्रशासन से होती है। पुलिस भी ठेकेदारों को जानती है लेकिन कार्रवाई नहीं करती है।

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कहते हैं अधिकारी

- हमलोगों को बराबर सूचना मिल रही थी कि बस से मजदूरों को भेजा जा रहा है। इस मामले को लेकर श्रम पदाधिकारी को सूचना दी जाती है, लेकिन उनका सहयोग नहीं मिलता है। बावजूद हमलोगों ने अपने स्तर से कार्रवाई की। प्राथमिकी दर्ज करने के लिए श्रम पदाधिकारी को कहा जाता है तो वे मजदूरों को छोड़ने की बात कह देते हैं। इस मामले में श्रम विभाग के पदाधिकारी का रवैया उदासीन है।

उपेन्द्र कुमार यादव, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, रजौली।

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