सड़क हादसे में बच्ची की मौत के लोगों का हंगामा

धमौल सहायक थाना के जम्हरिया गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय उर्दू जम्हरिया के पास गुरुवार की सुबह बस की चपेट में आकर 10 वर्षीया बच्ची की मौत के बाद बवाल हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Jul 2019 12:04 AM (IST) Updated:Fri, 12 Jul 2019 06:30 AM (IST)
सड़क हादसे में बच्ची की मौत के लोगों का हंगामा
सड़क हादसे में बच्ची की मौत के लोगों का हंगामा

धमौल सहायक थाना के जम्हरिया गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय उर्दू जम्हरिया के पास गुरुवार की सुबह बस की चपेट में आकर 10 वर्षीया बच्ची की मौत के बाद बवाल हो गया। उग्र लोगों ने नवादा-जमुई पथ को छह घंटे तक जाम कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ दिया। लाठीचार्ज के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साह, एएसआइ सोमारी नट, एसडीपीओ का गार्ड संतोष कुमार चोटिल हो गए। लाठीचार्ज में कई ग्रामीणों को भी चोटें आईं। इस बीच पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में ले लिया।

बताया जाता है कि जमुई जिले के साहोरा गांव निवासी बाबू लाल मांझी की 10 वर्षीया पुत्री रवीना कुमारी अपनी मौसी की शादी में सम्मिलित होने ननिहाल जम्हरिया गांव आई थी। गुरुवार की सुबह तकरीबन 7 बजे स्कूल के पास वह सड़क पार करने के दौरान बकरी को कुचल कर भाग रही बस की चपेट में आ गई। जिससे घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और नवादा-जमुई पथ को जाम कर दिया। जिसके बाद बीडीओ डॉ. अखिलेश कुमार, धमौल थानाध्यक्ष विभा कुमारी, पकरीबरावां थानाध्यक्ष सरफराज इमाम पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन उग्र ग्रामीण वाहन चालक को गिरफ्तार करने और चार लाख रुपये मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। करीब छह घंटे तक जाम की सूचना पर पकरीबरावां एसडीपीओ घटनास्थल पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने सड़क जाम कर रहे लोगों पर लाठियां चटकाना शुरु कर दिया। इससे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और पथराव शुरु कर दिया। लाठीचार्ज के बाद भीड़ तितर-बितर हो गई और जाम समाप्त हुआ। बाद में सदर एसडीओ अनु कुमार वहां पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

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