पुलिस प्रशासन की टीम पर बालू माफिया का हमला

- छापेमारी करने पहुंची पुलिस दल पर अवैध बालू कारोबार में जुटे लोगों ने ईट -पत्थर से बोला ह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Sep 2020 09:57 PM (IST) Updated:Mon, 14 Sep 2020 05:06 AM (IST)
पुलिस प्रशासन की टीम पर बालू माफिया का हमला
पुलिस प्रशासन की टीम पर बालू माफिया का हमला

- छापेमारी करने पहुंची पुलिस दल पर अवैध बालू कारोबार में जुटे लोगों ने ईट -पत्थर से बोला हमला

वारिसलीगंज:-वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के नदी घाटों से अवैध बालू का कारोबार रोक पाने में वारिसलीगंज पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पिछले दो वर्षों के दौरान प्रखंड के विभिन्न बालू घाटों पर अवैध बालू उठाव को दौरान रोक लगाने गई पुलिस टीम पर आधा दर्जन हमले हो चुके हैं। इसी कड़ी में शनिवार अहले सुबह जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम उमेश कुमार भारती के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा कुटरी पंचायत की मसनखावां गांव से उत्तर बधार ( मरलाही सकरी नदी ) में भूमिगत बालू के अवैध कारोबारियों के विरुद्ध छापेमारी की गई। इस क्रम में बालू माफियाओं ने छापेमारी दल पर हमला कर दिया। पुलिस प्रशासन के ऊपर ईट पत्थर बरसाने लगे। इसकी आर में बालू उठाव में लगे कई ट्रैक्टर एवं जेसीबी मशीन को लेकर भागने में कारोबारी सफल रहा। घटना में किसी पुलिस प्रशासन के अधिकारी के चोटिल होने की सूचना नहीं है। हालांकि कारोबारी द्वारा बालू लोड ट्रैक्टर का टेलर छोड़ इंजन लेकर फरार हो गया। बाद पुलिस दोनों ट्रैक्टर के टेलर को खिचवाकर किसी प्रकार से थाना लाई। इस मामले में प्रभारी खनन निदेशक विजय प्रसाद सिंह के आवेदन पर कुल 19 लोगो के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें 11 को नामजद तथा 08 अज्ञात लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किया गया है। दो वर्षों में आधा दर्जन हमला झेल चुकी है पुलिस:-वारिसलीगंज इलाके के विभिन्न बालू घाटों पर छापेमारी के दौरान पुलिस पर बालू माफियाओं के द्वारा आधा दर्जन से अधिक बार हमला हो चुका है।जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं। मशनखावां की घटना से पहले मिल्की बालू घाट, हाजीपुर पंचायत की गरेडिया बीघा, बरनावा पंचायत की भागवत बीघा, मुर्गियां चक, मंजौर गांव में पुलिस पर ईट पत्थर बरसाए जा चुके हैं। संबंधित घटना से जुड़ी प्राथमिकी दर्ज कर अब तक सैकड़ों लोगों के विरुद्ध कार्रवाई चल रही है। बावजूद बालू माफियाओं का मनोबल नहीं गिरा है। जिसका ताजा उदाहरण शनिवार की सुबह मशनखावां में देखने को मिला। हालांकि कई स्थानों पर छापेमारी के दौरान सैकड़ों छोटे बड़े वाहन, जेसीबी जप्त किया जा चुका है जो थाना परिसर, ब्लॉक परिसर सहित थाना के उत्तर और पश्चिम सड़क पर अभी भी खड़ी है। जबकि दर्जनों लोग जेल यात्रा कर पुन: अवैध कारोबार को अंजाम देने में जुटे हैं। बावजूद अगर जिला प्रशासन सख्त नहीं हुई तो क्षेत्र में बालू भंडारण तक यह चूहा बिल्ली का खेल चलता रहेगा। सुरक्षा को लेकर पेट्रोल पंप मालिकों के साथ पुलिस प्रशासन ने की बैठक बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तार से किया गया चर्चा वारिसलीगंज:-वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधिक गतिविधियों को देखते हुए नवादा एसपी के निर्देश पर रविवार को थाना परिसर में पेट्रोल पंप संचालकों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई। थाना अध्यक्ष पवन कुमार के नेतृत्व में आयोजित बैठक में प्रखंड क्षेत्र स्थित सभी पेट्रोल पंप के संचालको ने भाग लेकर क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर चिता जताई व रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन को आवश्यक सुझाव दिए। मेहता पेट्रोल पंप के संचालक अरुणजय मेहता, मकनपुर पंप के रामानुज सिंह, जी के पाड़िया पेट्रोल पंप के राजेश प्रसाद, पावापुरी पेट्रोल पंप, ममता पेट्रोल पंप के प्रतिनिधि आदि उपस्थित होकर पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मियों के साथ आए दिन हो रही मारपीट, लूटपाट व अन्य प्रकार की घटना का जिक्र किया गया। पंप मालिकों द्वारा पुलिस से पंप के इर्द-गिर्द पुलिस गश्ती बढ़ाने की मांग की गई। थानाध्यक्ष द्वारा पेट्रोल पंप संचालकों को पंप के आगे व पंप एरिया में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया।

विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रखंड की जीविका दीदियों ने किया बैठक वारिसलीगंज:-बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ की वारिसलीगंज इकाई द्वारा अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में रविवार को स्थानीय शान्तिपुरम सूर्य मंदिर में प्रखंड के सभी 16 पंचायतो की जीविका दीदियों की बैठक आयोजित हुई। प्रखंड अध्यक्ष रीता कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के माध्यम से जीविका दीदियों ने कहा कि सभी कैडर की जीविका को ग्रामीण क्षेत्रो में काम करने में काफी परेशानी होती है। इसके लिए हर जीविका दीदी को नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र तथा निर्धारित ड्रेस दिया जाय। जबकि मानदेय का भुगतान नियमित और बैंक खाता के माध्यम से किया जाय, काम से हटाने की धमकी देने बंद हो तथा धमकी देने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी करवाई किया जाय, प्रखंड स्तर के कैडर का मानदेय 18 ह•ार, संकुल स्तर पर 15 ह•ार, ग्राम संगठन स्तर पर 13 ह•ार निर्धारित हो वहीं स्वयं सहायता समूह स्तर पर 12 ह•ार रुपया के साथ ही सबों की नौकरी 60 साल नियमित हो, साथ में सभी कैडर ग्राम के लिए प्रखंड स्तर पर 04 ह•ार, संकुल को 03 ह•ार, ग्राम संगठन स्तर पर 02 ह•ार तथा स्वयं सहायता समूह स्तर पर 01 ह•ार रुपया भत्ता देने की व्यवस्था की जाय। परियोजना में तीन बर्ष का कार्य करने वाले कर्मी को पद्दोन्ति की व्यवस्था हो, सामाजिक सुरक्षा का लाभ, महिला कैडरों को विशेष अवकाश की सुविधा मेडिक्लेम के साथ ही पांच लाख का डेथ क्लेम की सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग सरकार से किया गया है। बैठक में सचिव लक्ष्मी देवी, कोषाध्यक्ष कोमल कुमारी, सामुदायिक सेविका पिकी देवी, लीला देवी, सरिता देवी, बेबी देवी, ममता, कोमल कुमारी, रेखा कुमारी, लेखापाल गौतम कुमार, नवीन कुमार, संजीव कुमार, मनोज कुमार आदि लोग मौजूद हुई। ़फोटो:व्हाट्सएप पर

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