जनसंख्या नियंत्रण के सरकारी अभियान में महिलाएं बन रही भागीदार
महिलाएं आज हर एक क्षेत्र में पुरुषों से आगे निकल रही है।
नवादा। महिलाएं आज हर एक क्षेत्र में पुरुषों से आगे निकल रही है। जनसंख्या नियंत्रण में भी जिले की महिलाएं पुरुषों से काफी आगे है। बता दें कि 2016 के बाद पुरुष नसबंदी का आंकड़ा काफी नीचे चला गया है। जिले के छह प्रखंडों में पिछले साल एक भी पुरुषों ने नसबंदी नहीं कराया। देश के साथ जिले में बढ़ रही जनसंख्या प्रमुख समस्या बनती जा रही है। इस विषय पर महिलाओं का योगदान पुरुषों के अपेक्षा बेहतर है। सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम की जिम्मेवारी महिलाओं ने संभाल रखा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े पर एक नजर डालें तो नवादा जिले में पुरुष जनसंख्या नियंत्रण के प्रति रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस मामले में महिलाएं पुरुषों को काफी पीछे छोड़ दिया है। पुरुष नसबंदी का आंकड़ा
- स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक वर्ष 2015-16 के बाद जिले में मात्र 108 पुरुषों ने नसबंदी कराया था। इसके बाद पुरुष नसबंदी का आंकड़ा दो अंको में सिमट गया। वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा करीब 50 फीसदी से नीचे चला आया और मात्र 47 नसबंदी हो सकी। 2017-18 में आंकड़ा गिरकर 34 पर पहुंच गया। वहीं महिला बंध्याकरण की स्थिति में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। लेकिन महिला बंध्याकरण की तुलना में पुरुष नसबंदी की स्थिति काफी बदतर है। रजौली, अकबरपुर, गो¨वदपुर, पकरीवरावां, कौआकोल व सिरदला में वर्ष 2017-18 में एक भी पुरुष नसबंदी नहीं हुआ है। नारदीगंज में 05, नरहट, नवादा व रोह में चार-चार नसबंदी हुआ।
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जागरूकता का अभाव
- जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा हमेशा अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए काफी रुपये खर्च किये जा रहे हैं। लेकिन लोगों में जागरूकता का अभाव देखा जा रहा है। इसके कारण कार्यक्रम को पूर्ण सफलता हासिल नहीं हो पा रहा है। हालांकि सरकार द्वारा नसबंदी कराने पर लाभुक को तीन हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दिया जाता है। वहीं महिला बंध्याकरण कराने पर दो हजार रुपये दिया जाता है।
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कहते हैं अधिकारी
- जिले में नसबंदी दर में गिरावट आने का मुख्य कारण जागरूकता का अभाव है। विभाग द्वारा लोगों के बीच समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। नसबंदी कराने के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावे जिले के लोगों को विभाग द्वारा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।
डॉ.श्रीनाथ प्रसाद, सिविल सर्जन, नवादा।
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आंकड़ा एक नजर में
वर्ष नसबंदी बंध्याकरण
2015-16 108 9531
2016-17 47 8119
2017-18 34 6948