ट्यूशन पढ़कर लौट रहे दिव्यांग छात्र को जमकर पीटा, अधमरा

ट्यूशन पढ़कर लौट रहे दिव्यांग छात्र की दर्जन भर किशोरों ने शनिवार की सुबह लात-घुसे से जमकर पिटाई कर दिया। घटना विश्वशांति चौक पर हुई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने घटना में शामिल एक किशोर को मौका ए वारदात पकड़ लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 11:01 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 11:01 PM (IST)
ट्यूशन पढ़कर लौट रहे दिव्यांग  छात्र को जमकर पीटा, अधमरा
ट्यूशन पढ़कर लौट रहे दिव्यांग छात्र को जमकर पीटा, अधमरा

ट्यूशन पढ़कर लौट रहे दिव्यांग छात्र की दर्जन भर किशोरों ने शनिवार की सुबह लात-घुसे से जमकर पिटाई कर दिया। घटना विश्वशांति चौक पर हुई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने घटना में शामिल एक किशोर को मौका ए वारदात पकड़ लिया। जिसके बाद गिरफ्तार किशोर को छुड़ाने के लिए भीम आर्मी के सदस्य बड़ी संख्या में थाना गेट पर पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित हुई। पिटाई के दौरान बेहोश हुए दिव्यांग छात्र को इलाज के लिए पीएचसी हिसुआ में भर्ती कराया गया है। घटना के बावत जख्मी छात्र बलियारी गांव निवासी राजू कुमार के पिता संजय सिंह ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बताया जाता है कि एक पैर से दिव्यांग राजू इंटर स्कूल हिसुआ में 10वीं का छात्र है। वह एक कोचिग सेंटर से पढ़ाई कर अपने गांव बलियारी लौट रहा था। विश्व शांति चौक पर पहुंचा था कि 8-10 की संख्या में रहे किशोरों ने राजू पर हमला कर दिया। लात-घुसे मुक्का से उसकी पिटाई करने लगे। जब वह सड़क पर गिर गया तब स्थानीय लोग बीच-बचाव करने लगे। इस बीच वहां पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस आते देख हमलावर वहां से भागने लगे। लेकिन पुलिस ने तरौनी गांव निवासी जितेंद्र कुमार के पुत्र मनोरंजन चौधरी को पकड़ लिया। वहीं पिटाई में बेहोश हुए छात्र को पुलिस व स्थानीय लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज हुआ। इस बीच पुलिस के गिरफ्त में आए किशोर छुड़ाने के लिए थानाक्षेत्र के बगोदर व तरौनी गांव के 50-60 लोग भीम आर्मी के अध्यक्ष घर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में पहुंच गए और थाना का घेराव कर दिया। हलांकि पुलिस पर इस दबाव का कोई असर नहीं हुआ।

घटना के बावत भीम आर्मी के सदस्यों का कहना था कि नवम वर्ग का फार्म लेने को लेकर बलियारी के कुछ बच्चे जबरन बार-बार बीच लाइन में घुस कर जा रहे थे। इसी को लेकर यह घटना हुई।

वहीं जख्मी के पिता ने कहा हमारा पुत्र कोचिग से लौट रहा था। वह स्कूल गया भी नहीं था। ऐसे में उसकी पिटाई करना गलत मानसिकता को उजागर करता है। बच्चों में इस प्रकार की प्रवृति उचित नहीं है। घटनास्थल पर हम नहीं थे। पुलिस-प्रशासन ही घटना में शामिल एक बच्चे को हिरासत में ली है, और हमारे बच्चे का भी इलाज करा रही है। ऐसे में प्रशासन ही सही-गलत की जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करे। हालांकि सामाजिक तौर पर कुछ लोग इस मामले को आपसी सहमति से निपटाने में जुटे थे।

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