अब समय पर मिलेगा डाक, मोबाइल एप से लैस हुए डाकिए

समय पर डाक नहीं मिलना। डाक गुम हो जाना। अब बीते दिनों की बात हो जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Jan 2020 12:16 AM (IST) Updated:Fri, 17 Jan 2020 12:16 AM (IST)
अब समय पर मिलेगा डाक, मोबाइल एप से लैस हुए डाकिए
अब समय पर मिलेगा डाक, मोबाइल एप से लैस हुए डाकिए

समय पर डाक नहीं मिलना। डाक गुम हो जाना। अब बीते दिनों की बात हो जाएगी। इसके लिए डाक विभाग द्वारा एक नई व्यवस्था शुरू की गई है। जिले में डाकियों और डाक वितरण पर नजर रखने के लिए पोस्टमैन मोबाइल एप शुरू की गई है। इस एप से सभी डाकियों को जोड़ा गया है। इसी महीने से इस एप के माध्यम से डाक की डिलीवरी भी शुरू कर दी गई है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि डाक पहुंचाने में अब डाकियों की लापरवाही नहीं चल रही है। तय समय-सीमा के अंदर लोगों के घरों तक डाक पहुंचने लगे हैं। अधिकारी बताते हैं कि डाक वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए पोस्टमैन मोबाइल एप की सुविधा शुरू हो गई है। प्रधान डाकघर, पार नवादा बुंदेलखंड और कचहरी डाकघर में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।

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कैसे काम करता है यह एप

- डाकघर में पोस्टमैन को डाक उपलब्ध कराने वक्त रजिस्टर्ड डाक का बारकोड स्कैन कर लिया जाता है। जिसके बाद विभाग के अधिकारियों को यह पता रहता है कि कौन सा डाक किस डाकिए के पास है। डाकिया डाक लेकर लोगों के घरों तक पहुंचते हैं। फिर पोस्टमैन मोबाइल एप संबंधित व्यक्ति के सामने पूरा विवरण डाला जाता है। संबंधित व्यक्ति के पास पुन: बारकोड को स्कैन किया जाता है और हस्ताक्षर लिया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान जीपीएस सिस्टम काम करते रहता है। जिससे यह जानकारी खुद अपलोड हो जाती है कि संबंधित व्यक्ति के घर जाकर डाकिया ने डाक उपलब्ध कराया है। एप पर संबंधित व्यक्ति का हस्ताक्षर भी लिया जाता है। डाक बुकिग के दौरान अगर आपने मोबाइल नंबर दिया है तो डाक के डिलीवरी के दौरान उस सेलफोन पर मैसेज भी प्राप्त हो जाएगा।

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सामान्य डाक पर भी रखी जाती है नजर

- सामान्य डाक पर नजर रखने के लिए नन्यथा एप बनाई गई है। जिसपर यह अंकित करना रहता है कि लेटर बॉक्स में उस दिन कितना डाक डाला गया है। वहीं ग्राहकों तक डिलीवरी करने के लिए विशेष प्रकार की रजिस्टर बनाई गई है और उसपर ग्राहक को डाक देने वक्त हस्ताक्षर लिया जाता है।

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33 वार्डों के लिए सात डाकिए

- वैसे तो डाक वितरण की व्यवस्था के लिए शुरू किया गया मोबाइल ऐप फायदेमंद माना जा रहा है। लेकिन इन सारी बातों के बीच सबसे बड़ी समस्या मैन पावर की कमी को लेकर है। नवादा शहर के 33 वार्डों में डाक वितरण के लिए महज सात डाकिए ही हैं। ऐसी हालत में डाकियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी डाक वितरण के लिए डाकियों की कमी है।

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कहते हैं अधिकारी

- नवादा व शेखपुरा जिले के सभी डाकघरों में डाकियों को पोस्टमैन मोबाइल एप से जोड़ दिया गया है। ताकि लोगों को समय पर डाक उपलब्ध कराया जा सके। इसके जरिए डाक वितरण की पूरी मॉनिटरिग की जा रही है।

अनिल कुमार, पोस्टमास्टर जनरल।

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इनसेट के लिए

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बुंदेलखंड डाकघर से जुड़े लोग पिनकोड 805112 का करें इस्तेमाल

संस, नवादा : पार नवादा बुंदेलखंड स्थित डाकघर का पिन कोड 805112 है। हालांकि जानकारी के अभाव में लोग प्रधान डाकघर के पिन कोड 805110 का ही इस्तेमाल करते हैं। जिसके चलते डाक वितरण में परेशानी होती है। डाक पर पिन कोड 805110 देने के चलते ऐसे डाक पहले प्रधान डाकघर तक पहुंच जाते हैं। उसके बाद मोहल्ले का नाम देखने पर उसे पार नवादा बुंदेलखंड डाकघर भेजा जाता है। फलस्वरुप घर तक डाक पहुंचने में कुछ विलंब हो जाता है। डाकपाल जितेंद्र कुमार ने क्षेत्र के लोगों से पिनकोड 805112 का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा कि दूरदराज में रहने वाले अपने परिवार को भी इस पिन कोड की जानकारी दें, ताकि पत्र भेजने वक्त वे इसी पिन कोड को लिखें। पार नवादा बुंदेलखंड डाकघर से पार नवादा शहरी क्षेत्र के साथ ही मस्तानगंज, गोंदापुर, भदौनी, फैजुलबारी, बड़ी दरगाह, पुलिस लाइन, नरेंद्र नगर, भदौनी बेलदारी समेत कई मोहल्ले जुड़े हुए हैं।

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