पशुओं की तस्करी रोक पाने में प्रशासन अक्षम

संसू अकबरपुर प्रखंड के सीमावर्ती गांव मदैनी में पशु तस्करों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 08:15 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 08:15 PM (IST)
पशुओं की तस्करी रोक पाने में प्रशासन अक्षम
पशुओं की तस्करी रोक पाने में प्रशासन अक्षम

संसू, अकबरपुर : प्रखंड के सीमावर्ती गांव मदैनी में पशु तस्करों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पशुओं की तस्करी धड़ल्ले से जारी है। जिसको लेकर क्षेत्रीय पशुपालकों के समक्ष दुधारू मवेशियों की घोर किल्लत उत्पन्न हो गयी है। आश्चर्य की बात यह है कि सबकुछ जानते हुए प्रशासन अनजान होकर चुपचाप बैठी हुई है। जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र के कुछ नामचीन दबंगों की देखरेख में इस कार्य का अंजाम दिया जा रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर जानकर ने बताया कि यह धंधा प्रत्येक वर्ष अक्टूबर, नवंबर से शुरू होता जो जुन, जुलाई तक चलता है। इस धंधा में क्षेत्र के बड़ा गिरोह की संलिप्तता बताई गई है। इस धंधा के फलने- फूलने से क्षेत्र में पशुओं की अप्रत्याशित कमी देखी जा रही है। सूत्रों के अनुसार धंधेबाज गांव-गांव जाकर पशुओं की खरीद करते हैं। आधा दर्जन से लेकर एक दर्जन पशुओं की संख्या होने पर धंधेबाजों के घर तक ट्रक चला आता है और ट्रकों पर लादकर पशुओं को पश्चिम बंगाल व अन्य राज्यों के महानगरों में पशुओं को पहुंचा दिया जाता है। आसपास के ग्रामीणों ने प्रशासन से अविलंब इस धंधे पर रोक लगाकर पशुओं की सुरक्षा की मांग की है।

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