नालंदा विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न मामला, विरोध में छात्रों का धरना
अंतर्राष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के एक छात्र के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई करने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी के छात्र धरने पर बैठे हैं।
नालंदा [जेएनएन]। अंतराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय की छात्रा से यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। इस मामले में छात्रों ने विश्वविद्यालय की कमेटी पर छात्रों को बचाने का आरोप लगाते हुए धरना दिया।
यौन उत्पीड़न मामले के विरोध में आज विश्वविद्यालय के छात्र धरने पर बैठे हैं और दोषी छात्रों पर त्वरित कार्रवाई कर उन्हें निष्कासित करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि इस मामले में लीपापोती की जा रही है और एफआइआर तक नहीं की गई है।
वहीं यूनिवर्सिटी ने इस मामले में इंटरनल कॉम्प्लेंट्स समिति का गठन कर इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोषी छात्रों को ने हाल ही में एक कंप्लेंट के उपर अपना फैसला दिया था और कहा था कि आवश्यक कार्रवाई करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। इस मामले में 20 मार्च की रात को आई सी सी का रिकमेन्डेशन प्राप्त हुआ था।
प्रभारी कुलपति ने अधिकारियों से सलाह लेने के बाद और रजिस्ट्रार की सलाह पर मार्च 27 को आई सी सी की रिकमेन्डेशन को अनुमोदित कर दिया था और 28 मार्च को पीड़ित छात्र को एक अन्य छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया गया था और चांसलर के अनुमोदन के बाद छात्र को आज निलंबित कर दिया गया है।
आईसीसी की सिफारिशों के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी और कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। इससे नाराज छात्रों ने धरना दिया है और दोषी प्रोफेसर पर कार्रवाई की मांग की है।