BRA Bihar University: अनुदान भुगतान समेत सात सूत्री मांगों को लेकर बंद कराया विश्वविद्यालय, कामकाज ठप

BRA Bihar University सीनेट-सिंडिकेट चुनाव नहीं कराने और डिग्री कॉलेजों में प्राचार्य की नियुक्ति पर भी विवि को घेरा। शीघ्र मांगों पर निर्णय नहीं लेने पर चरणबद्ध आंदोलन की दी गई चेतावनी। डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के धरना के बाद दोपहर में प्रतिनिधियों ने कुलपति के साथ वार्ता की।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 10:02 AM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 10:02 AM (IST)
BRA Bihar University: अनुदान भुगतान समेत सात सूत्री मांगों को लेकर बंद कराया विश्वविद्यालय, कामकाज ठप
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय बिल्डिंग की फाइल फोटो।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बिहार राज्य संबद्ध डिग्री कॉलेज शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले बुधवार को बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को बंद कराया गया। इससे विवि का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया। दूसरे जिले से डिग्री, प्रोविजनल व गड़बड़ी में सुधार कराने के लिए आए छात्र-छात्राओं को वापस लौटना पड़ा। डिग्री कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ धरना दिया और नारेबाजी की। इसकी अध्यक्षता प्रो.संत ज्ञानेश्वर ने की। 

उन्होंने कहा कि एबीएस कॉलेज लालगंज, एमएनएमएम कॉलेज बेतिया, बीबीएन कॉलेज बगहा, डॉ.जे.मिश्रा कॉलेज मुजफ्फरपुर, पं.यमुनाकार्यी कॉलेज खरौना बगाही के अनुदान की राशि अविलंब जारी की जाए। इसके साथ ही जिन कॉलेजों के लिए अनुदान की राशि अबतक नहीं आई है उसके लिए विशेष तौर पर पहल की जाए। स्नातक पार्ट वन में शेष सीटों पर नामांकन के लिए ऑफलाइन व्यवस्था की मांग की। धरना को संयोजक डॉ.धर्मेंद्र कुमार चौधरी, सुनील कुमार, रामचंद्र सिंह, प्रवीर कुमार, प्रभात कुमार, अशोक कुमार, अजीत कुमार, संजय कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, विनय बिहारी, सुजय कुमार, विजय कुमार, राकेश मिश्रा, धीरेंद्र कुमार समेत अन्य ने भी संबोधित किया। कहा कि विवि की ओर से इन मांगों पर यदि ठोस कदम नहीं उठाया गया तो चरणबद्ध आंदोलन होगा। 

सीनेट-सिंडिकेट का चुनाव नहीं होने पर उठाए सवाल

शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने सवाल उठाए कि 20 अप्रैल 2012 को तीन वर्षों के लिए सीनेट-सिंडिकेट सदस्यों का चयन हुआ था। नौ वर्ष हो जाने के बाद भी चुनाव नहीं होना विवि प्रशासन की लापरवाह शैली दर्शाता है। कॉलेजों में नियमावली के अनुसार वरीय शिक्षक को प्राचार्य का प्रभार देने की मांग की गई। कहा गया कि एक ही पदाधिकारी को एक से अधिक प्रभार दे दिए गए हैैं। इससे कार्य प्रभावित हो रहा है। कॉपियों की जांच में वर्तमान दर में ऑनर्स और सब्सिडियरी में एक समान वृद्धि करने की मांग की गई। वहीं ईपीएफ के लिए कॉलेजों को आदेशित करने का प्रस्ताव रखा गया। 

कुलपति से मिले प्रतिनिधि

डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के धरना के बाद दोपहर में प्रतिनिधियों ने कुलपति के साथ वार्ता की। प्रतिनिधियों की ओर से मांग रखने के बाद कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने कहा कि संबंधित कागज पेश करें और प्राचार्य के साथ बैठकर इसे व्यवस्थित कर लें। विवि की ओर से शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं सीनेट व सिंडिकेट चुनाव के लिए शीघ्र प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

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