दूसरे जिलों के बदमाशों ने शहर में डेरा डाला, वारदात के बाद बदल ले रहे ठिकाना, जानिए पुलिस की क्या कर रही

जिले में आने के बाद पुलिस प्रभाव से दूर के इलाके में किराये पर लेते हैं घर रुपयों का लोभ देकर तैयार करते स्थानीय स्तर पर लाइनर। मामला शांत होने के बाद फिर करते हैं घटना ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 22 Dec 2019 08:44 AM (IST) Updated:Sun, 22 Dec 2019 08:44 AM (IST)
दूसरे जिलों के बदमाशों ने शहर में डेरा डाला, वारदात के बाद बदल ले रहे ठिकाना, जानिए पुलिस की क्या कर रही
दूसरे जिलों के बदमाशों ने शहर में डेरा डाला, वारदात के बाद बदल ले रहे ठिकाना, जानिए पुलिस की क्या कर रही

मुजफ्फरपुर, [बाबुल दीप ] । जिले में लगातार हो रही लूट की घटनाओं ने पुलिस की बेचैनी बढ़ा दी है। वजह यह कि यहां दूसरे जिलों के बदमाशों ने अस्थायी तौर पर डेरा डाल दिया। यहां आते हैैं पुलिस की आसान पहुंच से दूर इलाके में किराए पर मकान लेते हैैं। फिर रुपयों का लोभ देकर स्थानीय स्तर पर लाइनर विकसित करते हैैं। जैसे ही स्थानीय बदमाश उनके लाइनर के तौर पर काम करना शुरू करते हैैं संगठित गिरोह के ये बदमाश घटना को अंजाम दे देते हैैं। घटना के बाद जब हाय-तौबा मचती है और पुलिस सक्रिय होती है तो ये भाग निकलते हैैं। मामला शांत होने तक अपने प्रभाव क्षेत्र में छिपे रहते हैैं। जैसे ही एक घटना में पुलिस शिथिल पड़ती है। दूसरी घटना को अंजाम देने की साजिश के तहत फिर ये लोग यहां पहुंच जाते हैैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद पुलिस ऐसे ठिकानों की खोज कर रही है।

बदमाशों के लिए वरदान साबित होते परिचित

बताते हैैं कि बैैंक व अन्य वित्तीय संस्थानों को डेरा डाल निशाना बना रहे इन शातिरों में कई ऐसे हैैं, जो साजिश के अनुसार अपने किसी परिचित के घर रहते हैैं। काफी कम समय के लिए किसी परिचित के यहां रहकर घटना को अंजाम देते हुए भाग निकलते हैं।

12.61 लाख की लूट में वैशाली के शातिरों का हाथ

कुढऩी के कमतौल स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से 12.61 लाख की लूट में वैशाली के भी गिरोह पर पुलिस के शक की सूई है। पड़ोसी थाना और वैज्ञानिक पद्धति से जो सुराग मिले हैं, वे इस बात की पुष्टि करा जाते हैैं। एसआइटी ने शुक्रवार को पूर्व वैशाली और कुढऩी व तुर्की से छह संदिग्धों को उठाया। हालांकि, इनके पास से अबतक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।

दो नए हिरासत में, मोतिहारी में भी छापेमारी

6 लोगों को हिरासत में लेने के बाद शुक्रवार की रात भी एसआइटी ने वैशाली के अलावा मोतिहारी के भी कई इलाकों में छापेमारी की। इस दौरान दो संदिग्ध हिरासत में लिए गए हंै। दोनों से पूछताछ चल रही है।

जेल से बाहर कुख्यात बदमाशों की सूची तैयार

घटना का उद्भेदन करने के लिए जिले के कुख्यात बदमाशों की सूची तैयार की गई है। इसमें जेल से छूटे और फरार शातिर शामिल हैं। सभी के हुलिए से बैंक लूटकांड में शामिल लुटेरों का चेहरा मिलान कराया जा रहा है। हावभाव और चाल ढाल से भी लुटेरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही दूसरे जिलों की पुलिस से संपर्क साधा गया है, ताकि लुटेरों का कुछ सुराग मिल सके।

बैंक और पंप लूट में अंतरजिला गिरोह के लुटेरे थे शामिल

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि भिखनपुरा स्थित एसबीआइ की शाखा से सात लाख और सरैया में पेट्रोल पंप से 33 हजार लूटकांड में वैशाली और मोतिहारी के लुटेरों को गिरफ्तार किया गया था। छानबीन में पता लगा कि मोतिहारी का लुटेरा मझौलिया में अपने रिश्तेदार के घर रहता था। यहीं से उसने पूरी घटना की साजिश रची थी।

घटना कर भाग निकलते, मामला ठंडा पडऩे पर आते वापस

लूट की वारदात के बाद लुटेरे अपने जिले में भाग निकलते हैं। एक-दो माह बाद मामला ठंडा पडऩे पर दोबारा जिले में आकर अपराध की साजिश रचने में जुट जाते हैं। सरैया पेट्रोल पंप लूट में गिरफ्तार मनीष भी घटना कर अपने लालगंज स्थित घर भाग गया था। दो दिन पूर्व वह दोबारा सरैया इलाके में पहुंचा था और सक्रिय होकर अगली साजिश रचने में जुटा था। तभी दबोच लिया गया।

गोबरसही आइसीआइसीआइ बैंक लूट में स्थानीय लाइनर

गोबरसही स्थित आइसीआइसीआइ बैंक से आठ लाख लूट में स्थानीय एक युवक की संलिप्तता सामने आई है। वह घटना के बाद से फरार है। लाइनर की भूमिका निभाने के लिए उसे 25 हजार रुपये बदमाशों ने दिए थे। उक्त बातों का पता गिरफ्तार लुटेरों से पूछताछ में पुलिस को लगा।  

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