भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा जाली नोट के गिरोह का तार, पाकिस्तानी नागरिकों ने दी जानकारी

नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर भारतीय जाली नोट के साथ गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिकों से नेपाल के सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ के बाद सार्वजनिक किया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 27 May 2019 03:03 PM (IST) Updated:Mon, 27 May 2019 03:03 PM (IST)
भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा जाली नोट के गिरोह का तार, पाकिस्तानी नागरिकों ने दी जानकारी
भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा जाली नोट के गिरोह का तार, पाकिस्तानी नागरिकों ने दी जानकारी

पूर्वी चंपारण, [विजय कुमार गिरि]। भारतीय जाली नोट के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा है। जाली नोट के साथ गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिकों से पूछताछ के बाद कई अहम जानकारी नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों को मिली। नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर भारतीय जाली नोट के साथ गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिकों से नेपाल के सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ के बाद सार्वजनिक किया। डीआइजी विश्वराज पोखरेल ने बताया कि भारतीय जाली नोट के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का तार भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है।

  भारतीय अर्थव्यवस्था को चौपट करने के लिए भारत विरोधी संगठन के गुर्गों का तार सीमावर्ती क्षेत्रों के बड़े कारोबारियों और उद्योगपतियों से जुड़े होने की प्रबल संभावना है। जाली नोटों की बड़ी खेप नेपाल में पहले ही पहुंच चुकी है। जिसे सीमावर्ती क्षेत्रों में ठिकाना लगाया गया है। इसकी जानकारी मिलते ही भारतीय और नेपाली सुरक्षा एजेंसियों की बेचैनी बढ़ गई है।

  बता दें कि काठमांडू एयरपोर्ट पर इस्लामाबाद से कतर के रास्ते नेपाल दोहा आने वाले क्यूआर644 विमान से 7 करोड़ 67 लाख 94 हजार भारतीय दो हजार के जाली नोट के साथ पाकिस्तान के इस्लामाबाद निवासी (67) नसीरुद्दीन, (49) मोहम्मद अख्तर और (39) नादिया अनवर को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान एयरपोर्ट क्षेत्र में उक्त पाकिस्तानी नागरिकों को रिसीव करने पहुंचे नेपाल के चर्चित पूर्व मंत्री सलीम मियां अंसारी के पुत्र नेशनल टेलीविजन संस्थापक युनूस अंसारी, उसके साला और चालक को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

    भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सूची में मोस्टवांटेड के रूप में यूनिस अंसारी का नाम अंकित है। जिसे काफी दिनों से एनआइ की टीम तलाश कर रही है। इसके पूर्व 35 लाख भारतीय जाली नोट के साथ पुलिस ने नेेपाल के ललितपुर से गिरफ्तार किया था। डीआइजी ने बताया कि अबतक का भारतीय जाली नोट के सबसे बड़े खेप के साथ कारोबारी रंगेहाथ गिरफ्तार हुए है।

  इनलोगों ने खुलासा किया है कि उक्त जाली नोट सीमावर्ती रक्सौल, जनकपुर, विराटनगर, सुनौली आदि बॉर्डर के ग्रामीण रास्ते से भारत में भेजने की योजना थी। इन लोगों का तार भारत के बड़े महानगरों से जुड़ा है। इसकी अधिक खपत भारत में होने वाले चुनाव और दशहरा, दीपावली, छठ और रमजान के महीने में होता है। नेपाल पुलिस इसकी जांच वैज्ञानिक तरीके से करने में जुटी है।

पिछले पांच वर्षो में जाली नोट के साथ पकड़े गए संदिग्ध लोग

. 19 फरवरी को 5 लाख के इनामी बोगई गांव इम्फाल निवासी 40 वर्षीय जयंत सिंह को गिरफ्तार किया गया।

. 2 अप्रैल को चीनी नागरिक जिन फुकसिन, मिंग पिंग व मिंग जी को आव्रजन कार्यालय ने गिरफ्तार किया।

. 3 मई को नेपाल के तातोपानी बारहबीसा से सुरक्षा एजेंसियां चीनी नागरिक हाग क्यूग ली, गुयान ली व डाग फैग झुंग को 24 हजार 700 अमेरिकी डॉलर, 63,310 युवान, 9 लाख 55 हजार के विभिन्न बैंकों के चेक, 49 हजार नेपाली नोट व चार मोबाइल सेट के साथ गिरफ्तार कर अनुसंधान कर रही है।

. 10 सितंबर को आइएसआइ नेपाल प्रमुख शारदा शंकर कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया।

. 25 फरवरी को रक्सौल कौड़ीहार चौक से 2000 जाली नोट के साथ हरपुर निवासी गुड्डू साह को गिरफ्तार किया गया।

. 3 फरवरी को 3 लाख 38 हजार जाली नोट के साथ डीआरआई की टीम ने हरसिद्धी से दिलीप कुमार को पकड़ा।

. 25 जनवरी को नेपाल की पर्सा जिला पुलिस ने पूर्व मंत्री सलीम अंसारी की पुत्र युनूस अंसारी को 35 लाख भारतीय जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया।

. 12 फरवरी को वीरगंज नेपाल पुलिस ने रक्सौल की ओर आ रहे सीतामढ़ी निवासी अंगद शर्मा व जितेन्द्र ङ्क्षसह को 1 लाख 89 हजार भारतीय जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया।

. 30 जुलाई को बारा जिला नेपाल पुलिस ने सीमा क्षेत्र से एक हजार के 386 पीस जाली नोट के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था।  

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