निश्चय पोषण योजना ऑनलाइन, दवा खाने के साथ ‘खाते’ में पहुंच जाएगी राशि Muzaffarpur News

निश्चय पोषण योजना ऑनलाइन मरीजों को मिल रही राशि। जिले में 2717 मरीज को दी जा रही टीबी की खुराक अलर्ट।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 17 Aug 2019 05:18 PM (IST) Updated:Sat, 17 Aug 2019 05:18 PM (IST)
निश्चय पोषण योजना ऑनलाइन, दवा खाने के साथ ‘खाते’ में पहुंच जाएगी राशि Muzaffarpur News
निश्चय पोषण योजना ऑनलाइन, दवा खाने के साथ ‘खाते’ में पहुंच जाएगी राशि Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में टीबी मरीजों के लिए निश्चय पोषण योजना ऑनलाइन कर दी गई है। दवा की खुराक लेते ही खाते में राशि चली जाएगी। नई व्यवस्था का लाभ देने के लिए मरीजों से निबंधन के साथ उनका बैंक का खाता नंबर लिया जा रहा है। अब तक जिले में 2717 मरीजों की पहचान की गई है। सभी के खाते की जांच कर राशि भेजने का काम चल रहा है। सभी पीएचसी प्रभारी को अगाह किया गया है कि वह मरीज का निबंधन और उसके बैंक खाता का नंबर अवश्य मुख्यालय को भेज दें। 

दवा पर किया जा रहा अलर्ट

नई व्यवस्था के तहत दवा का रैपर खोलने के साथ ही उसमें एक टोल फ्री नंबर दिखाई देता है। मरीज को उस नंबर पर दवा खाने की सूचना देनी है। अगर वह दोपहर बाद तीन बजे तक सूचना नहीं देता है तो पीएचसी से अलर्ट मैसेज जाएगा। ये वरीय पर्यवेक्षक के पास आएगा। इसमें बताया जाएगा कि आपका मरीज दवा नहीं खा रहा है।

 यक्ष्मा उन्मूलन में सहयोग करने वाले सीबीसीआइ कार्ड के जिला समन्वय प्रफुलचंद्र मिश्रा ने बताया कि मरीजों की खोज के लिए उनकी संस्था के कार्यकर्ता घर-घर जाकर जागरूक कर रहे हैं। साथ ही संभावित मरीजों को खोजकर बलगम व मुफ्त एक्स-रे की जांच करा रहे हैं। इसमें 37 सामुदायिक कार्यकर्ता और दो एनजीओ का सहयोग लिया जा रहा है। टीम मरीज की पहचान होने पर उसे सरकारी सेंटर से जोड़कर दवा शुरू कराने के साथ खुराक पूरी होने तक निगरानी करती है।

मरीज को मिल रहीं ये सुविधाएं

ऑनलाइन निबंधन के साथ निश्चय पोषण योजना के तहत एक हजार रुपये पोषहार के लिए उसके खाते में जा रहा है। इसके बाद पांच सौ रुपये प्रतिमाह के हिसाब से कोर्स पूरा होने तक पोषाहार राशि मिलेगी।

इस संबंध में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ.अमिताभ कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर दो सप्ताह व उससे ज्यादा दिन की खांसी हो तो नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर बलगम की जांच कराएं। इलाज व दवा मुफ्त मिल रही है। मरीज का इलाज होने तक हर माह भरण-पोषण की राशि दी जा रही है। मरीज निबंधन के साथ ही खाता नंबर व आधार कार्ड दें, ताकि समय पर पोषण राशि भेजी जा सके।

टॉप पर मीनापुर, मुरौल में सबसे कम

प्रखंड----- यक्ष्मा मरीज

औराई------96

बंदरा------73

मोतीपुर----168

बोचहां----142

मुरौल-----31

गायघाट----243

कांटी-----144

कटरा-----128

कुढऩी-----156

मड़वन----107

मीनापुर----317

मुशहरी----184

पारू-----129

साहेबगंज---139

सकरा----142

सरैया-----143

जिला यक्ष्मा केंद्र--321 

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