सिमी पर फिर प्रतिबंध से पहले समर्थित संगठनों की पड़ताल
मुजफ्फरपुर। सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) पर फिर से प्रतिबंध लगाने की तैयारी है। नए सि
मुजफ्फरपुर। सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) पर फिर से प्रतिबंध लगाने की तैयारी है। नए सिरे से प्रतिबंध लगाने से पहले इसे समर्थन देने वाले संगठनों व व्यक्तियों की पड़ताल की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे लेकर डीएम व एसएसपी से रिपोर्ट मांगी है।
मालूम हो कि सिमी पर लगे प्रतिबंध की अवधि अगले वर्ष 30 जनवरी 2019 को समाप्त हो रही है। नए सिरे से संगठन पर फिर प्रतिबंध लगाने की तैयारी चल रही। केंद्रीय गृह मंत्रालय के पत्र के आलोक में राज्य सरकार ने जिले में एक नोडल अधिकारी बनाने को कहा है। ताकि, इन मामलों की मॉनीट¨रग होती रहे।
पुलिस उप महा निरीक्षक विशेष शाखा ने अधिकारियों को भेजे गए पत्र में सिमी, इसके सहायक संगठन, नाम परिवर्तित संगठन व छद्म नाम से चलाए जा रहे संगठन, पूर्व सदस्यों द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर बिना किसी नाम के चलाये जा रहे संगठन व उनकी गतिविधियों की जानकारी पर्याप्त साक्ष्य के साथ मांगी है। कहा है कि कुछ लोग अभी भी सिमी की सदस्यता जारी रखे हुए है। अपने उद्देश्यों व लक्ष्यों की अधिप्राप्ति के लिए अपराध करते है। यदि संगठन को अब भी राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो इससे देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को खतरा होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में एक फरवरी 2014 से पूर्व के कांडों की अद्यतन स्थिति, कितने अभियुक्तों पर दोष सिद्ध हुए और कितने अपील में गए। इसकी भी जानकारी मांगी है। इसके अलावा 1 फरवरी 2014 के बाद इस तरह के मामलों की सूची अनुशंसा के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।