DHANTERAS : प्रतिकूल मौसम के बाद भी बाजार में उमड़े खरीदार, जानें कितने का हुआ कारोबार

Deepawali-2019 धनतेरस को पूरा शहर बाजार में तब्दील हो गया था। हर चौक चौराहे पर दुकानें सजी हुई थी।

By Edited By: Publish:Sat, 26 Oct 2019 02:20 AM (IST) Updated:Sat, 26 Oct 2019 11:45 AM (IST)
DHANTERAS : प्रतिकूल मौसम के बाद भी बाजार में उमड़े खरीदार,  जानें कितने का हुआ कारोबार
DHANTERAS : प्रतिकूल मौसम के बाद भी बाजार में उमड़े खरीदार, जानें कितने का हुआ कारोबार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। धनतेरस को पूरा शहर बाजार में तब्दील हो गया था। हर चौक चौराहे पर दुकानें सजी हुई थी। शहर खरीदारी को निकला तो शाम पांच बजे के बाद उमड़ी भीड़ के कारण ट्रैफिक जाम हो गया। देर रात तक वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स बर्तन व आभूषण बाजारों में ग्राहकों की भीड़ रही। करीब 6 अरब का कारोबार हुआ।

हल्के सोने व चांदी के सामान की हुई बिक्री

मधुसूदन ठाकुर मुरली ठाकुर ज्वेलर्स के प्रोपराइटर व सराफा संघ के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर ने बताया कि चांदी की छोटी गणेश लक्ष्मी की मूर्ति ग्राहकों के बीच आकर्षण के केंद्र रहे। ज्योति ज्वेलर्स के प्रोपराइटर व सराफा संघ के सचिव सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि चांदी के हल्के आभूषणों में बिछिया, पायल आदि की बिक्री हुई। पुरानी बाजार स्थित गोवर्धन राम, रामाशीष प्रसाद गुप्ता ज्वेलर्स व तनिष्क में भी डायमंड के आइटमों की भी बिक्री हुई। शहर के सभी छोटे मझौले व बड़े शोरूम व दुकानों में चांदी के आभूषणों की ज्यादा बिक्री हुई।

पिछले साल की तुलना में चांदी महंगी

 पिछले साल की तुलना में चांदी पांच हजार रुपये प्रति किलो महंगी है। पिछले साल 47 हजार रुपये किलो था। इस साल 52 हजार रुपये किलो है। पुराने चांदी के सिक्के 800 रुपये में ही बिके। वहीं, नये चांदी के सिक्के 650 रुपये से 700 रुपये तक बिके।

छठ के बर्तनों की अधिक बिक्री

 बर्तन बाजार तो कंपनीबाग से शुरू होकर पंकज मार्केट, सरैयागंज तो एक पट्टी में दुकानें सजी थी। ग्राहक बर्तनों की खरीदारी कर रहे थे। मोतीझील, कल्याणी, गोबरसही, भगवानपुर, जीरोमाइल आदि बाजार में सजे बर्तन बाजार में बिक्री हुई। पीतल का दौरा पिछले साल 650 रुपये में बिका था। इस साल 550 रुपये किलो बिका है। स्टील के बर्तन 170 रुपये किलो से लेकर 400 रुपये किलो तक रहा था।

हजारों फ्रिज, गीजर व वाशिंग मशीन बिके

 इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के बाजार में भी नए आइटम बिक्री को हैं। इंडियन इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में डबल डोर फ्रिज, कपड़ा धोने वाली मशीन डिसवासर आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा कि एलईडी, फ्रिज, गीजर व वाशिंग मशीन की बिक्री हो रही है। जिले में 150 से अधिक इलेक्ट्रानिक्स गुड्स की दुकानों में हर घर की आवश्यकता के अनुसार सामान की खरीद हुई। उधर, शहर के एक दर्जन से अधिक मॉल में भी ग्राहकों की भीड़ रही। शहर के मुख्य बाजार की भीड़ से बचने के लिए लोगों ने आस पास के मॉल में जाकर धनतेरस पर बर्तनों व इलेक्ट्रानिक्स गुड्स की भी दुकानों के अलावा ऑनलाइन खरीदारी हुई।

युवाओं में मोबाइल का क्रेज

 शहर में युवाओं में मोबाइल खरीदने का क्रेज देखने लायक था। शहर के हर छोटे बड़े मोबाइल दुकानों व शोरूम में सेल्फी कैमरा की खरीदारी हुई। ये मोबाइल छह हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक के रेंज में बिके। ऑनलाइन खरीदारी के लिए उत्साह

धनतेरस का कारोबार सिर्फ मैनुअल ही नहीं रहा है बल्कि ऑनलाइन भी जमकर हुआ है। दुकानदारों ने कहा कि इसके कारण उनकी बिक्री पर असर पड़ा है। थोक कपड़ा मंडी 175 करोड़ रेडीमेड कपड़ा 100 करोड़ वाहन व बाइक 200 करोड़ इलेक्ट्रानिक्स गुड्स 50 करोड़ मोबाइल 25 करोड़ ज्वेलर्स 15करोड़ बर्तन बाजार 10करोड़ विविध सामग्री 15 करोड़ कुल 590 करोड़ 50 हजार बिके झाड़ू : धनतेरस पर झाड़ू की खरीद शुभ मानी जाती है। यही कारण है कि हर परिवार में झाड़ू की भी खरीदारी हुई। सरैयागंज से लेकर चौक चौराहों तक दुकानें लगी हुई थी। बर्तनों की खरीद के साथ लोगों के हाथ में फूल झाड़ू, बांस झाड़ू भी था।

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