मुजफ्फरपुर में एमआइएससी का दूसरा मरीज मिला, एसकेएमसीएच में भर्ती

एसकेएमसीएच में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमआइएससी) का एक और मरीज पहुंचा है। जांच के बाद बीमारी की पुष्टि होने पर उसका पीकू वार्ड में इलाज किया जा रहा है फिलहाल हालत में सुधार। सीतामढ़ी से आए कुणाल में हुई बीमारी की पुष्टि।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:57 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:57 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में एमआइएससी का दूसरा मरीज मिला, एसकेएमसीएच में भर्ती
मुजफ्फरपुर में एमआइएससी का दूसरा मरीज मिला, एसकेएमसीएच में भर्ती।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एसकेएमसीएच में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमआइएससी) का एक और मरीज पहुंचा है। जांच के बाद बीमारी की पुष्टि होने पर उसका पीकू वार्ड में इलाज किया जा रहा है। एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि सीतामढ़ी के करीब पांच साल कुणाल को 11 जून से बुखार आ रहा है। शरीर में सूजन है। हृदय की गति तेज थी। इस पर स्वजन उसे सीतामढ़ी में एक अस्पताल में ले गए। 13 जून को उसे एसकेएमसीएच में लाया गया। यहां उसकी जांच में डी-डायमर व सीआरपी बढ़ा पाया गया। उसका विधिवित इलाज शुरू किया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डा.जेपी नारायण की इकाई में उसका इलाज चल रहा है। उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। डा.सहनी ने बताया कि इससे पहले मीनापुर मिथिनापुर निवासी कृष्ण सहनी की चार साल की पुत्री अंशु कुमारी में भी एमआइएससी की पुष्टि हो चुकी है। इस तरह अभी दो मरीजों का यहां इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि दवा की कोई कमी नहीं है। पीकूवार्ड में जो मरीज आ रहे उनका निशुल्क विशेषज्ञ चिकित्सक इलाज कर रहे हैैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बाद देश ब्लैक फंगस के साथ अब एमआइएससी नई बीमारी आ गई है। ये बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है।

बीमारी की ये हैैं लक्षण

24 घंटे या इससे ज्यादा समय तक बुखार होना, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, स्किन रैश, थकान, दिल की धड़कन तेज होना, सांसें तेज चलना, आंखों में लालपन, होठों व जीभ पर सूजन या लालिमा, हाथ या पैरों में सूजन, सिरदर्द, चक्कर आना या सिर चकराना।

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