नगर निगम में घोटाले के जिन्न की तलाश में लगे उपमहापौर
नगर निगम के कार्यो का उपमहापौर लेखा-जोखा तैयार कर रहे हैं। इसके लिए वे सभी शाखाओं से जानकारी मांग रहे हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उपमहापौर नगर निगम में पर्दे के पीछे चल रहे लूट-खसोट एवं अनियमितता के जिन्न की तलाश कर रहे है, ताकि जनता के बीच उसे उजागर कर सकें। इसके लिए वे निगम के कार्यो का लेखा-जोखा तैयार कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में उपमहापौर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर विभिन्न कार्यो की जानकारी मांगी है। साथ ही निगम की विभिन्न शाखाओं से आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।
पूर्व नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन के कार्यकाल में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवा स्थायी किए जाने में बड़े पैमाने पर हुई उगाही व मनमानी की शिकायत मिलने के बाद उपमहापौर ने नगर आयुक्त संजय दूबे को पत्र लिखकर पूर्व नगर आयुक्त रमेश रंजन के कार्यकाल में जिन कर्मियों की सेवा स्थायी की गई उनकी बहाली व सेवा स्थायी किए जाने की तिथि का रिकॉर्ड मांगा है।
तीन दिन पूर्व उन्होंने वर्तमान नगर आयुक्त के कार्यकाल में पास किए गए नक्शे, कोटेशन के आधार पर कराए गए कार्यो व रमेश रंजन के कार्यकाल में हुए किन-किन कार्यो का भुगतान हुआ उसकी सूची मांगी थी। साथ ही उन्होंने निगम में एक ही जगह पर तीन वर्ष से अधिक समय से कार्यरत कर्मियों के तबादले की बात कहीं। उन्होंने कहा था कि कर्मियों के कार्यो का फेरबदल नहीं किए जाने से घोटालों को बल मिल रहा है।
आवास योजना में वसूली को उजागर करेंगे पार्षद : वार्ड 23 के पार्षद सह नगर निगम सशक्त स्थायी समिति सदस्य राकेश कुमार सिन्हा उर्फ पप्पू नगर आयुक्त के अवकाश से लौटने के बाद महापौर एवं उपमहापौर के समक्ष आवास योजना में हो रही उगाही को साक्ष्य के साथ उजागर करेंगे। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि आवास योजना के नाम पर प्रभारी द्वारा लाभुकों से राशि ली जा रही है।