एसएसपी केे आदेश की अनदेखी, मुजफ्फरपुर में बालू का खनन धड़ल्ले से जारी
Muzaffarpur Crime शहरी क्षेत्र के आसपास के इलाके में दिन के उजाले में भी बालू का उत्खनन बदस्तूर जारी। घाट पर ट्रैक्टर लगाकर हो रही बालू की लूट थाना की ओर से नहीं होती कार्रवाई। खनन पर लगाम लगाने को एसएसपी ने पिछले सप्ताह थानाध्यक्षों को जारी किया था निर्देश।
मुजफ्फरपुर, जासं। उच्चतम न्यायालय के आदेश के आलोक में शहर की 10 किमी की परिधि में नदी घाटों में बालू के खनन पर मार्च में पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। चोरी-छिपे खनन रोकने के लिए एसएसपी जयंत कांत ने भी पिछले सप्ताह थानाध्यक्षों को निर्देश जारी किया था, मगर ये सभी आदेश-निर्देश को ठेंगा दिखाया जा रहा है। रात के अंधेरे को कौन पूछे, दिन के उजाले में दादर से लेकर अखाड़ाघाट आदि क्षेत्र में बालू का खनन बदस्तूर जारी है। यही नहीं ट्रैक्टर लगाकर बालू की लूट चल रही है। विदित हो कि बालू खनन को रोकने के लिए एसएसपी जयंतकांत ने थाना स्तर पर विशेष पुलिस टीम गठित की थी। इस टीम को बालू माफिया के ठिकाने को चिह्नित कर छापेमारी करने का निर्देश दिया गया है। जिस क्षेत्र में बालू खनन अधिक होगा, वहां दिन-रात पेट्रोलिंग की जाएगी। अवैध खनन में शामिल माफियाओं की पहचान करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार करने को भी कहा गया था। इसके बाद भी बालू का खनन माफिया लगातार कर रहे हैं।
सरकार को राजस्व की भारी क्षति
जिले में वर्ष 2019 से बालू खनन के लिए घाटों की बंदोबस्ती नहीं हुई है। अंतिम बार चार करोड़ में घाटों की बंदोबस्ती हुई थी। इससे सरकार को यहां से राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है। वर्तमान समय में अगर बंदोबस्ती होती तो यह राशि और बढ़ती, मगर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद 32 में से अब छह घाटों की ही आगे बंदोबस्ती की जाएगी। दूसरी ओर बालू खनन कर माफिया सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे हैं। इस संबंध में जिला खनिज विकास पदाधिकारी घनश्याम झा ने कहा कि अवैध खनन पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें पुलिस की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। वहां से भी मदद की जरूरत है।