Road Safety: निर्धारित गति सीमा से अधिक तेज वाहन चलाना, दुर्घटना को दावत देने जैसा
Road Safety With Jagran देखा गया है कि ओवरटेक करने की वजह से हादसे अधिक हो रहे हैं। सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान चालकों से आग्रह किया कि वे नशे की हालत में कभी भी गाड़ी न चलाएं। यह सबसे खतरनाक स्थिति होती है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Road Safety With Jagran: लापरवाही ही हादसों की बड़ी वजह होती है। ऐसे में ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए सावधानी से वाहन चलाएंगे तो हादसे निश्चित रूप से कम होंगे। ये बातें दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत बस एवं ट्रक चालकों को प्रशिक्षण देते बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के जिला अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहीं। उन्होंने एसोसिएशन से जुड़े चालकों को यातायात एवं परिवहन नियमों का उल्लंघन नहीं करने की सलाह दी। अनुरोध किया कि वे निर्धारित गति से अधिक तेज वाहन नहीं चलाएं। ओवरटेक को सड़क हादसे की एक बड़ी वजह मानते हुए उन्होंने चालकों को सलाह दी कि आगे निकलने की होड़ में वे ओवरटेक नहीं करें।
ओवरलोड से भी बचना चाहिए
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सुरक्षित यातायात सभी के लिए आवश्यक है। यातायात नियमों का पालन करके हम काफी हद तक सड़क हादसे को नियंत्रित कर सकते हैं। चालकों से उन्होंने नियमों का पालन करने की अपील की। साथ ही ओवरलोड व नशा से बचने को कहा। कहा कि थोड़ी सी असावधानी से भी बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं। चालक की यह जिम्मेदारी है कि यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाएं। वाहनों चालकों को बताया गया कि नींद पूरी नहीं होने से भी हादसे होते हैं। चालकों को पता नहीं चलता और वाहन हादसे का शिकार हो जाते हैं। इसलिए चालकों को पूरी नींद लेने की सलाह दी गई। अगर नींद पूरी नहीं हो तो वाहन चलाने से परहेज करने को कहा गया।