Muzaffarpur Nagar Nigam:मुजफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी कह खुश होने वाले शहरवासी दो माह से भुगत रहे 'कालापानी'

Muzaffarpur Nagar Nigam शहर के एक दर्जन मोहल्लों में दो माह से जमा बारिश का पानी महामारी को दे रहा आमंत्रण। जमा पानी को कैसे निकाला जाए इसकी परवाह किसी को नहीं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 03:25 PM (IST)
Muzaffarpur Nagar Nigam:मुजफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी कह खुश होने वाले शहरवासी दो माह से भुगत रहे 'कालापानी'
Muzaffarpur Nagar Nigam:मुजफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी कह खुश होने वाले शहरवासी दो माह से भुगत रहे 'कालापानी'

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर का एक दर्जन मोहल्ला बीते दो माह से जलजमाव के बीच है। लंबे समय से जमा पानी काला हो गया है और अब तो महामारी को आमंत्रण दे रहा है। गन्नीपुर केंद्रीय विद्यालय रोड एवं धुनिया टोला की हालत सबसे खराब है। वहां जमा पानी अब लोगों को डरा रहा है। महामारी की आशंका से लोग सहमे हुए हैं। वार्ड 29 की पार्षद रंजू सिन्हा का कहना है कि निगम समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है। प्रभावित लोग परेशान हैं। उन्होंने निगम प्रशासन से जमा पानी निकालने की व्यवस्था करने की मांग की है। वहीं वीसी लेन समेत मिठनपुरा के कई मोहल्लों में बारिश का पानी दो माह से लगा हुआ है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण जमा पानी नहीं निकल पा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंत्री एवं निगम के अधिकारी सिर्फ बड़ी-बड़ी बात कर रहे है। जमा पानी को कैसे निकाला जाए इसकी परवाह किसी को नहीं। पंकज मार्केट रोड की हालत सबसे खराब है। जलजमाव के कारण दो माह से इस रास्ते आवागमन बंद है। जमा पानी सड़ांध पैदा कर रहे हैं। लोग घरों में कैद है। पर निगम प्रशासन को इसकी चिंता नहीं। इस प्रकार शहर के कई इलाके हैं जो दो माह से जलजमाव की पीड़ा झेल रहे हैं। 

बेला औद्योगिक इलाके की सौ फैक्ट्रियों में जलजमाव

बेला औद्योगिक इलाके में जलजमाव से उद्यमी परेशान हैं। लघु उद्योग भारती के निवर्तमान अध्यक्ष श्यामसुंदर भीमसेरिया ने बताया कि पहले जो पंपसेट लगाए गए थे। वह हटा लिए गए हैं। इससे करीब सौ से ज्यादा फैक्ट्रियों में जलजमाव है। इससे वहां आएदिन वाहन पलट रहे हैं। पानी में सडांध होने से अब बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है। बियाडा प्रशासन लापरवाह बना है। उद्यमी अवनीश किशोर ने कहा कि जलनिकासी के लिए अविलंब दो पंपसेट लगाए जाएं। पिछले दिनों जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह की पहल पर दो पंपसेट लगाए गए थे। उनको हटा दिया गया। जलजमाव से परेशानी बढ़ती जा रही है।

ये होनी चाहिए व्यवस्था

- जलनिकासी को लेकर नाले की सफाई और लगाए जाएं पंपसेट।

- रास्ते में जहां खतरनाक गड्ढे हैं वहां लाल निशान का संकेतक लगे।

- पक्का नाला बनाने की होनी चाहिए पहल।

- बेला में जलनिकासी के लिए कई जगहों पर मुख्य सड़क काट दी गई है। इसको अविलंब ठीक कराया जाए।

- परिसर में सुलभ शौचालय का निर्माण कम से कम आधा दर्जन स्थानों पर होना चाहिए।  

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