सरकार के फैसले से आक्रोश, सड़क पर उतरेंगे दैनिक सफाईकर्मी, जानिए उनकी शिकायतों के बारे में

निगम कार्यालय एवं नगर विकास मंत्री के घेराव का संघ ने किया एलान। पूर्व विधायक एवं निगम पार्षदों ने किया फैसले का विरोध।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 02 Feb 2020 07:46 AM (IST) Updated:Sun, 02 Feb 2020 07:46 AM (IST)
सरकार के फैसले से आक्रोश, सड़क पर उतरेंगे दैनिक सफाईकर्मी, जानिए उनकी शिकायतों के बारे में
सरकार के फैसले से आक्रोश, सड़क पर उतरेंगे दैनिक सफाईकर्मी, जानिए उनकी शिकायतों के बारे में

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरकार के फैसले के आलोक में नगर निगम की सेवा से हटाए जाने पर दैनिक सफाईकर्मियों में आक्रोश है। कर्मचारी संघ ने इसके खिलाफ संघर्ष का एलान किया है। कार्य से हटाए जाने से नाराज दैनिक मजदूरों ने निगम कार्यालय के साथ-साथ नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के घेराव की घोषणा की है।

वहीं, सफाई कार्य ठप होने से निगम पार्षदों में नाराजगी है। उन्होंने बगैर तैयारी दैनिक सफाईकर्मियों को हटाए जाने पर सरकार की निंदा की है। पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने एक हजार मजदूरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने शनिवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में गरीबी मजदूरों की रोजी-रोटी छीनने एवं शहर में नारकीय हालात पैदा करने के लिए नगर विकास मंत्री को कठघरे में खड़ा किया है।

हालात को देखते हुए बिहार लोकल बॉडीज इम्पलाइज फेडरेशन की बैठक निगम कार्यालय में हुई। इसकी अध्यक्षता महामंत्री अशोक कुमार सिंह की। बैठक में इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करने व न्यायालय में जाने का एलान किया है। बैठक में फेडरेशन के उपाध्यक्ष सतेंद्र कुमार सिंह, राम नरेश प्रसाद यादव शामिल हुए।

वहीं मुजफ्फरपुर निकाय कर्मचारी यूनियन की बैठक जिला स्कूल प्रांगण में हुई। बैठक में सरकार के इस फैसले के खिलाफ तीन फरवरी से निगम कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की घोषणा की। साथ ही नगर विकास मंत्री के आवासीय कार्यालय के घेराव का एलान किया गया। बैठक का नेतृत्व यूनियन के अध्यक्ष शंभू राय ने किया।  

chat bot
आपका साथी