मुजफ्फरपुर में अब कोरोना के साथ साथ डेंगू का कहर, खुद को इन उपायों को अपनाकर बचाएं, सदर अस्पताल में खुला वार्ड
पुरानी बाजार बालूघाट बोचहां इलाके में मिले मरीज। जहां मिले मरीज वहां पर कराया जा रहा छिड़काव। राज्य कार्यालय के आदेश और गाइडलाइन के अनुसार सरकारी अस्पतालों में मौजूद एलाइजा टेस्ट ही डेंगू की पुष्टि के लिए मान्य है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना के साथ जिले में डेंगू का कहर जारी है। बोचहां इलाके में एक नया मरीज मिलने के बाद इसकी संख्या 12 हो गई है। जबकि गैर सरकारी स्तर पर यह आंकडा 500 के आसपास है। शहर के बालूघाट व पुरानी बाजार, डोमा पोखर के साथ बोचहां, मीनापुर इलाके में इसका व्यापक प्रकोप बढ़ रहा है। जिला वेक्टरजनित रोग पदाधिकारी डॉ.सतीश कुमार ने बताया कि जो मरीज मिले हैं, उसके घर के पांच सौ मीटर के दायरा में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निजी क्लीनिक में एनएस-1 किट से ही जांच होती है। राज्य कार्यालय के आदेश और गाइडलाइन के अनुसार सरकारी अस्पतालों में मौजूद एलाइजा टेस्ट ही डेंगू की पुष्टि के लिए मान्य है। जिले के निजी जांच केन्द्र को कहा गया है कि अगर कोई एनएस-1 के रिजल्ट में पॉजिटिव आता है तो सूचित करें। विभाग उस रिपोर्ट और सैंपल को एसकेएमसीएच के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में भेजेगा। वहां से सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर विभाग डेंगू मरीज मानकर उसका इलाज करेगा। इलाज व जांच हर स्तर पर है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.विकास कुमार ने बताया कि उनके यहां एलिजा टेस्ट की व्यवस्था है। जांच बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है।
बोले विशेषज्ञ चिकित्सक मच्छरदानी का करें उपयोग
कालाजार रिसर्च सेंटर के संचालक वरीय कालाजार रोग विशेषज्ञ डॉ.टीके झा ने कहा कि यहां पर नियमित डेंगू मरीज आ रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि मच्छरदानी लगाकर सोएं, जलजमाव अपने आसपास नहीं होने दें। रिसर्च सेंटर के समन्वयक डॉ.सर्वजीत कुमार ने कहा कि उनके यहां एक माह में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज आए। अभी डोमा पोखर इलाके के दो मरीज इलाजरत हंै। इधर 15 दिन की बात करें तो बालूघाट इलाके दो, पुरानी बाजार इलाके के तीन, डोमा पोखर का दो, छोटी कल्याणी इलाके का दो मरीज इलाज को आए। इसमें कई लोग क्योर हुए। इधर उनके यहां नियमित मरीज आ रहे हैं। डॉ.सर्वजीत ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए अपने घर पर सफाई रखें, जलजमाव न होने दें, मच्छरदानी लगाकर सोएं। डेंगू का मच्छर सुबह में अटैक करता है, बाथरूम में भी साफ-सफाई के साथ मच्छररोधी दवा का छिड़काव करते रहें। जहां जलजमाव हो वहां केरोसिन डाल दें। श्री हॉस्पीटल के संचालक मेडीसीन विशेषज्ञ डॉ.एके दास ने बताया कि उनके यहां भी नियमित डेंगू के मरीज आ रहे हैं।
सरकार के स्तर पर यह व्यवस्था
-- सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी स्तर पर संदिग्ध मरीज के जांच व नमूना संग्रह की व्यवस्था
- सदर अस्पताल में चल रहे एईएस वार्ड में आठ बेड डेंगू मरीज के लिए आरक्षित
- एसकेएमसीएच में मुफ्त में जांच व इलाज की व्यवस्था
सरकारी आंकड़े में कहां-कहां मरीज
स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में जिले में महज 12 लोग डेंगू से पीडि़त हैं। जिसमें मुशहरी में 1, बोचहां व मीनापुर में 4-4 और शहरी क्षेत्र में 3 मरीज हैं। इसमें भी 5 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.सतीश कुमार ने कहा कि जिले में डेंगू के 12 मरीज हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में छिड़काव की जिम्मेदारी संचारी रोग नियंत्रण विभाग व शहरी क्षेत्र में नगर निगम के जिम्मे है। नगर निगम को छिड़काव के लिए लिखा गया है।