बगहा में बोले नितिन गडकरी- किसानों की होगी तरक्की, दुनिया का सुपर पावर बनेगा हिंदुस्तान

नितिन गडकरी ने 366.62 करोड़ की राष्ट्रीय राजमार्ग, जलमार्ग एवं केंद्रीय सड़क निधि से पांच परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास। कहा- गंडक नदी में चलेगा पनियाजहाज।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 02:38 PM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 02:38 PM (IST)
बगहा में बोले नितिन गडकरी- किसानों की होगी तरक्की, दुनिया का सुपर पावर बनेगा हिंदुस्तान
बगहा में बोले नितिन गडकरी- किसानों की होगी तरक्की, दुनिया का सुपर पावर बनेगा हिंदुस्तान

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि किसान देश की तरक्की के सबसे बड़े स्रोत हैं। देश धनवान है, पर देश के नागरिक गरीब है। ऐसे में देश को दुनिया की महाशक्ति बनाने के लिए एनडीए की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की तरक्की की नीति बनाई है। गेहूं, धान, मक्का का उत्पादन कर किसान प्रगति नहीं कर सकते। अब किसानों के लिए नई तकनीकी आई है। बायोकेमिक्लस, बायोडीजल्स, सीएनजी, इथनौल आदि का उत्पादन कर किसान प्रगति के पथ पर बढ़ेंगे।

 देश के कई हिस्सों में किसानों ने इसे अपना भी लिया है और तरक्की कर रहे हैं। वे बगहा अनुमंडल के मैदान में 366.62 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय जलमार्ग एवं केंद्रीय सड़क निधि से पांच परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। किसानों की प्रगति को ध्यान में रखकर सरकार ने इथनौल , बायोकेमिकल्स एवं बायोडीजल्स बनाने की अनुमति दी है।

 इससे उद्योगों का विस्तार होगा और यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा। सभा की अध्यक्ष भाजपा के जिलाध्यक्ष रामसिंह ने की। मौके पर सांसद सतीश चंद्र दूबे, बगहा के विधायक राघव शरण पांडेय, रामनगर की विधायक भागीरथी देवी, लौरिया के विधायक विनय बिहारी समेत विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

तरक्की देखनी है तो नागपुर आइए

मंत्री ने कहा , नागपुर में किसान तरक्की की राह पर चल पड़े हैं। वहां 35 के आसपास एसी बसें किसानों के उत्पादित इथनौल से चल रही है। धान के भूसा से वहां के किसान बायो सीएनजी तैयार कर रहे हैं, जिससे ट्रैक्टर चलाया जाता है। इसमें लागत खर्च भी कम हैं। प्रति वर्ष ट्रैक्टर चलाने में किसान को 60 हजार की बचत हो रही है। अगर चंपारण के किसान भी इस दिशा में प्रयास करें तो सरकार उन्हें हर तरह से सहयोग करने को तैयार है।

बिहार में बन रहीं एक लाख करोड़ की सड़कें

मंत्री ने कहा कि जब मैं इस विभाग का कार्यभार संभाला तो राष्ट्रीय राजमार्ग में प्रतिदिन दो किमी सड़कों का निर्माण हो रहा था। विभाग पूरी तरह से शिथिल हो चुका था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी की सरकार में स्वीकृत कई सड़क योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। बिहार बिहार की 3.85 करोड़ की सड़क परियोजनाएं बंद थीं। जिसे चालू कर दिया और काम लगभग पूरा हो चुका है।

छह माह में गंडक नदी में चलेगा पनियाजहाज

मंत्री ने राष्ट्रीय जलमार्ग -37 (गंडक नदी) गंगा -गंडक संगम स्थल से बगहा के बीच 240 किमी खंड का शिलान्यास करने बाद कहा कि छह माह के अंदर इस मार्ग से मालवाहक जहाज चलने लगेगा। नेपाल से सीधे वाराणसी और हाजीपुर तक जल यात्रा आरंभ कर दी जाएगी। इससे यहां के व्यापारियों को काफी लाभ होगा। हवाई जहाज की तरह तेज रफ्तार में चलने वाली पनियाजहाज भी आई है। संभव हुआ तो उसका भी परिचालन कराया जाएगा। 
सड़क परिवहन से समृद्ध होगा बिहार : गडकरी

रक्सौल शहर के कौड़ीहार चौक बाईपास रोड के समीप आयोजित एक कार्यक्रम के बीच सोमवार को भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने 505 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली तीन बड़े परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 ए आइसीपी लिंक रोड सहित पिपराकोठी से मोतिहारी होते हुए रक्सौल तक 69 किलोमीटर तक लंबी सड़क एवं नये राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 727एए पश्चिमी चंपारण के मनुवापुल से पटजिरवा होते हुए पखनाहा सड़क का शिलान्यास हुआ।
 इसके निर्माण पर क्रमश: 333.60 करोड़ व राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28बी के छपवा से मिसरौली तक 40 किलोमीटर लंबे सड़क का लोकार्पण किया। जिसके निर्माण पर 171.40 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन से बिहार समृद्ध होगा। इसके साथ ही भारत और नेपाल का व्यापारिक संबंध भी मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी चंपारण के मनुवापुल से पखनाहा तक सड़क निर्माण होने से दिल्ली वाया कुशीनगर, गोरखपुर होते हुए रक्सौल की दूरी करीब 60 किलोमीटर कम हो जाएगी।
 वहीं पीपराकोठी से रक्सौल एनएच के विषय में बताया कि इस पथ का निर्माण 10 अक्टूबर 2011 को शुरू किया गया था। जिसे 30 महीनों में पूरा किया जाना था। लेकिन, निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य नहीं किये जाने के कारण 29 अक्टूबर 2018 को निरस्त कर दिया गया। इस निर्माण कंपनी द्वारा मात्र 53 प्रतिशत कार्य ही किया गया था। शेष सड़क निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 23 अक्टूबर 2018 को फिर से संविदा निकाली गई। जिसमें मेसर्स रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया।
 इस कार्य को पूरा करने की अवधि एक साल है। इस कार्य को पूरा करने के साथ-साथ मरम्मति के लिए अलग से 14.17 करोड़ रूपये की मंजूरी दी गई है। यह कार्य 27 फरवरी 2018 से शुरू है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की जिम्मेवारी तांतिया कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। लेकिन, यह कंपनी ससमय निर्माण कार्य नहीं करा सकी। जिसके कारण इस निर्माण कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर कार्य से विमुक्त कर दिया गया।
 वहीं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के बाद से चंपारण को सबसे बड़ी सौगात मिला है। करीब तीन हजार करोड़ की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। इससे चंपारण में सड़कों का जाल बिछेगा। गांव की सड़कों को भी कालीकरण किया जा रहा है।
 केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। हमारा देश विकास की ओर अग्रसर है। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट की सड़क फोरलेन होगी। इसकी चौड़ाई 66 फिट होगी। जिसमें एक साथ चार गाड़ियां एक साथ चलेगी। उन्होंने कहा कि विकास के लिए केंद्र के पास पैसे की कमी नहीं है। पूर्व की यूपीए सरकार की अधूरी सड़क परियोजनाओं को केंद्र की एनडीए सरकार पूरी कर रही है।

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