भारत में कोरोना की दूसरी लहर की बढ़ती रफ्तार को देख नेपाल ने बढ़ाई सख्ती

बेतिया में लगे भारतीय सीमा के ग्रामीण रास्तों पर नेपाली एपीएफ के जवान तैनात कई जगह की बैरिकेडिंग। मधुबनी व रक्सौल से लगती सीमा पर भी सख्ती पगडंडियों से आवाजाही पर एपीएफ के जवानों ने खदेड़ द‍िया ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 09:17 AM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 09:17 AM (IST)
भारत में कोरोना की दूसरी लहर की बढ़ती रफ्तार को देख नेपाल ने बढ़ाई सख्ती
बेतिया के इनरवा बाजार से जुडऩे वाले रास्ते को एपीएफ के जवानों ने बंद कर दिया है। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जाटी। भारत में कोरोना के मामले बढ़ते देख नेपाल की ओर से सख्ती होने लगी है। अधिकृत रास्तों से आवाजाही तो पहले से ही बंद है, लेकिन जिन ग्रामीण रास्तों से लोग आ-जा रहे थे, वहां भी पहरा बिठा दिया गया है। कई जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। नेपाल की आम्र्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) के जवान गश्त लगा रहे हैं। 

नेपाल में लगे लॉकडाउन एवं भारत में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एपीएफ ने सख्ती बढ़ा दी है। बेतिया का सिकटा-भिस्वा बॉर्डर 24 मार्च 2020 से ही सील है। इस कारण लोग नेपाली क्षेत्र के देशावता, जानकी टोला, पांडेपुर, भिखमपुर आदि गांवों से होकर भारतीय क्षेत्र के इनरवा बाजार आ-जा रहे थे। अब इन ग्रामीण रास्तों को भी एपीएफ ने सील कर दिया है। शुक्रवार को नेपाल के सीमावर्ती गांव जानकी टोला, दसौता, पिड़ारी के लोग पगडंडियों के रास्ते खरीदारी के लिए इनरवा, मैनाटांड़ एवं सिकटा बाजार आ रहे थे। एपीएफ के जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया।

दूसरी ओर, रक्सौल के ग्रामीण रास्ते सहदेवा, भेलाही, पनटोका, अहिरवा टोला, बेलडरवा व मुसहरवा पर भी सख्ती बढ़ा दी गई है। सभी जगह एपीएफ के जवान तैनात हो गए हैं। मधुबनी के हरलाखी, जयनगर, लदनिया, बासोपट्टी, लौकही व मधवापुर में और सख्ती हो गई है। पहले नेपाल की ओर से एंबुलेंस सहित अन्य जरूरी गाडिय़ों को आने-जाने दिया जा रहा था। अब इस पर भी रोक लगा दी गई है।

शस्त्र प्रहरी बेस कैंंप भिखमपुर नेपाल के इंस्पेक्टर किशमांद तमांद ने बताया कि कोरोना की चेन तोडऩे के लिए सख्ती की गई है। ग्रामीण रास्तों पर जवान नियमित रूप से गश्त लगा रहे हैं। एसएसबी इनरवा कैंप के इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार ने बताया कि नेपाल की सख्ती के बाद ग्रामीण रास्तों पर भी सन्नाटा पसर गया है।   अब देखने वाली बात यह होगी कि नेपाल सरकार की ओर से लॉकडाउन और सीमा पर सख्ती किए जाने का क्या प्रभाव पड़ता है। क्योंकि यदि वहां इस दूसरी लहर का प्रभाव पड़ा तो बहुत ही मुश्किल होगी।

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