स्मार्ट सिटी में नासूर बना जलजमाव, निगम नहीं कर पा रहा इलाज

स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त कर चुके शहर में जलजमाव नासूर बन चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 04:32 AM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 04:32 AM (IST)
स्मार्ट सिटी में नासूर बना जलजमाव, निगम नहीं कर पा रहा इलाज
स्मार्ट सिटी में नासूर बना जलजमाव, निगम नहीं कर पा रहा इलाज

मुजफ्फरपुर : स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त कर चुके शहर में जलजमाव नासूर बन चुका है। मुख्य बाजार से गली-मोहल्लों तक में एक माह से जमा पानी शहरवासियों का दम निकाल रहा है। लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इससे निजात दिलाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन वहां के अधिकारी इसका इलाज नहीं कर पा रहे हैं। वह सिर्फ आई वाश कर रहे हैं। बेदम नालों से पानी निकालने के नाम पर लाठी पीट रहे हैं।

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काला पानी की सजा भुगत रहे मोहल्लावासी

अमरूद बगान में पिछले एक माह से जमा पानी निकल नहीं रहा है। हर बारिश के बाद पानी बढ़ रहा है। रज्जू साह लेन में जमा पानी काला पड़ चुका है। बारिश होने पर लोगों के घरों तक में पानी घुस रहा है। केदारनाथ रोड मोहल्लावासी नारकीय जीवन जी रहे हैं। जमा पानी सड़ांध पैदा कर रहा है। दास कालोनी के लोग एक माह से जलजमाव की पीड़ा झेल रहे हैं। महिलाएं एवं बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। क्लब और चर्च रोड की अधिकतर गलियां गंदे पानी के तालाब में तब्दील हो चुकी हैं। इससे अब महामारी का भय भी मोहल्लावासियों को सता रहा है। विश्वविद्यालय प्रेस कालोनी की हालत भी खराब है। यहां एक फीट पानी लगा है। गन्नीपुर केंद्रीय विद्यालय रोड एवं धुनिया टोला में जलजमाव लोगों को पीड़ा दे रहा है। स्थानीय वार्ड पार्षद तक का घर बारिश के पानी में डूबा हुआ है। कमोवेश शहर की अधिकतर गलियों व मोहल्लों का यही हाल है। बारिश का पानी बीते एक माह से जमा है। नाला होने के बाद भी यह निकलने का नाम नहीं ले रहा। उल्टे एक-दो दिन के अंतराल पर हो रही बारिश स्थिति को और खराब कर देती है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।

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नाम के अनुसार एक माह से झील बना है मोतीझील

शहर का मुख्य बाजार मोतीझील नाम के अनुसार पिछले एक माह से झील बना है। हल्की बारिश होते ही धर्मशाला चौक से कल्याणी चौक तक का इलाका जलमग्न हो जाता है। अभी वहां एक से डेढ़ फीट पानी लगा है। वहीं आम गोला रोड, स्टेशन रोड, तिलक मैदान रोड, अस्पताल रोड, चैपमैन स्कूल रोड, देवी मंदिर रोड में जलजमाव की स्थिति बनी है। इससे दुकानदारों को भी भारी नुकसान हो रहा है। ग्राहकों के नहीं आने से उनका व्यापार चौपट हो रहा है। पहले लाकडाउन में लगातार दुकान बंद रहने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब है। अब जलजमाव व्यवसाय को पूरी तरह से चौपट कर रहा है। जमा पानी निकालने में निगम पूरी तरह से विफल साबित हुआ है।

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निगम से नहीं आस, अब बरसात खत्म होने का इंतजार

जलजमाव से नगर निगम मुक्ति दिलाएगा यह आस अब शहरवासियों को नहीं रही। इस पीड़ा से मुक्ति को वे बरसात के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। बरसात के पहले नगर निगम ने शहर की सभी छोटी-बड़ी नालियों की उड़ाही का दावा किया था। इस बार जलजमाव नहीं होने दिया जाएगा इसका आश्वासन भी दिया गया था। बारिश होते ही निगम के दावों की पोल खुल गई। शहर जलजमाव का शिकार हो गया। निगम के जनप्रतिनिधि भी इस समस्या से निजात दिलाने में विफल साबित हुए।

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जलजमाव शहरवासियों के लिए सालाना पीड़ा बन चुकी है। हल्की बारिश होने पर भी शहर तैरने लगता है। लोग घरों में कैद हो जाते हैं। इससे निजात को न निगम के पास कोई उपाय है और न नेताओं के पास ही।

रवि कपूर, नई बाजार

जलजमाव से जीना मुहाल हो गया है। समस्या से निजात दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों के घर से लेकर निगम के दफ्तर तक दौड़ लगा चुके हैं, लेकिन राहत नहीं मिली। अब कहां जाएं और किससे मिलें समझ में नहीं आ रहा।

योगेश कुमार टिंकू, कालीबाड़ी रोड

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जलजमाव से निजात नहीं मिलने से लोग नाराज हैं। जनप्रतिनिधि होने के नाते उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। नगर आयुक्त से मिलकर जनता के साथ-साथ अपनी पीड़ा बता चुकी हैं। नाले की उड़ाही के लिए मजदूरों की मांग की, लेकिन नहीं मिल रहे। उनको लगातार जनता की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।

आभा रंजन, पार्षद, वार्ड 35

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जलजमाव वाले मोहल्लों व गलियों की सूची बनाई जा रही है। नगर आयुक्त के साथ बैठकर सभी प्रभावित मोहल्लों से पानी निकालने के उपाय किए जाएंगे। जल निकासी योजना पर बुडको काम कर रहा है। उससे मिलकर योजना को तेजी से पूरा करने के लिए कहेंगे।

मानमर्दन शुक्ला, प्रभारी महापौर

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