Darbhanga jewllery robbery: अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं अपराधी, विशेष टीम को टास्क

समस्तीपुर बेगूसराय और वैशाली जिले में बदमाशों ने बना रखा है अपना ठिकाना अबतक पुलिस डेढ़ किलो सोना 72 हीरा 30 लाख 89 हजार रुपये बरामद करने में रही है कामयाब। पुलिस के दबाव को देखते हुए सभी अपने घरों से फरार चल रहे हैं।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 08:55 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 08:55 AM (IST)
Darbhanga jewllery robbery: अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं अपराधी, विशेष टीम को टास्क
सभी बदमाशों के तमाम ठिकानों को खंगालने को कहा गया है। फाइल फोटो

दरभंगा, जासं। दरभंगा के बड़ा बाजार से करोड़ों के आभूषण लूटकांड में अब भी कई बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने इस मामले के पर्दाफाश के लिए गठित टीम द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की है। नगर एसपी अशोक कुमार के नेतृत्व में गठित टीम को सभी बदमाशों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया गया है। सभी समस्तीपुर जिले के निवासी हैं। पुलिस के दबाव को देखते हुए सभी अपने घरों से फरार चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में सभी बदमाशों के तमाम ठिकानों को खंगालने को कहा गया है। 

बदमाशों का नाम,पता व तस्वीर के अलावा उनके ठिकानों का पता भी टीम को उपलब्ध कराया गया है। ताकि, सभी को सरलता से गिरफ्तार करने में मदद मिल सके। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम कभी भी समस्तीपुर, वैशाली, बेगूसराय आदि जिलों में छापेमारी करने के लिए रवाना हो सकती है। पुलिस को शक है कि सभी बदमाश आस-पास के जिलों में अपना ठिकाना बनाकर रह रहे हैं। ऐसी स्थिति में दूसरे जिले की पुलिस से सहयोग लिया जा रहा है। घटना में शामिल एक दर्जन से ऊपर बदमाश फरार चल रहे हैं। जिसका घटना को अंजाम देने और भागने दौरान सीसी कैमरा में तस्वीर कैद है। इसमें समस्तीपुर के मुफस्सिल थाने के जितवारपुर निवासी मनोज राय, नगर थाने क्षेत्र के बहादुरपुर निवासी प्रिंस चौधरी जायसवाल सहित रविंद्र सहनी, अभिषेक यादव उर्फ हनी, गोलू पासवान, लक्ष्मण यादव, राजेश सहनी, बमबम, विलेन आदि शामिल हैं। वहीं लूटे गए आभूषणों में शेष बचे आभूषणों को बरामद करने के लिए पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है। ऐसी स्थिति में पुलिस के निशाने पर कई सोनार भी शामिल हैं।

छापेमारी में अब तक 33 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी

मामले के पर्दाफाश के लिए दरभंगा पुलिस ने 12 दिसंबर 2020 को दरभंगा से सात बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक को वैशाली से दबोचा गया। फिर वैशाली का मनीष सहनी कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अनुसंधान जब आगे बढ़ा तो मुंगेर के संग्रामपुर से समस्तीपुर के शाहपुर पगड़ा निवासी शातिर अपराधी विकास सहनी को दबोचा गया। इसके बाद दरभंगा के चुनाभट्टी से उसके भाई विभाष झा को गिरफ्तार किया गया। वहीं समस्तीपुर से विकास के चचेरे भाई हेमंत और उसकी पत्नी सहित हेमंत के साले और उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया। जिसे समस्तीपुर पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं विकास के मौसेरे भाई व दरभंगा के मनीगाछी माउबेहट से गिरफ्तार संजय मिश्रा, वाजितपुर के रोशन साह छह लोगों सहित बेगूसराय के बछवाड़ा से दिनकर सिंह उर्फ दिनानाथ को वैशाली पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। इसके बाद दरभंगा पुलिस ने समस्तीपुर और बेगूसराय में छापेमारी कर डेढ़ किलो सोना, 72 हीरा, 30 लाख 89 हजार रुपये के साथ 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

यह है घटनाक्रम

याद रहे कि 9 दिसंबर 2020 को दरभंगा के बड़ा बाजार स्थित शहर के चर्चित दगरू सेठ की थोक दुकान अलंकार ज्वेलर्स से नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने तमंचे के जोर पर करोड़ों के आभूषण लूट लिए थे। घटना को अंजाम देकर निकलने के दौरान बदमाशों ने सीधी फायरिंग की थी। फायरिंग में व्यवसायी समेत दो लोग जख्मी हुए थे। मामले को पुलिस मुख्यालय ने पहले दिन से बेहद गंभीरता से लिया है। राज्य एसटीएफ की टीम के अलावा जिला स्तर पर गठित एसआइटी की आधा दर्जन टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। 

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