कैंसर की अंतिम स्टेज के मरीज को घर पर ही मिलेगा इलाज

कैंसर की अंतिम स्टेज के मरीज को अब घर पर ही इलाज की सुविधा मिलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 01:18 AM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 01:18 AM (IST)
कैंसर की अंतिम स्टेज के मरीज को घर पर ही मिलेगा इलाज
कैंसर की अंतिम स्टेज के मरीज को घर पर ही मिलेगा इलाज

मुजफ्फरपुर : कैंसर की अंतिम स्टेज के मरीज को अब घर पर ही इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए होम बेस्ड पैलिएटिव केयर की सुविधा होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर ने शुरू की गई है। तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त मिहिर कुमार सिंह ने झंडी दिखाकर इस वाहन को रवाना किया।

आयुक्त ने कहा कि कैंसर को लेकर जागरूकता की कमी है। इससे कई बार लोगों को अंतिम चरण में पता चलता है। उस समय इलाज संभव नहीं हो पाता और मरीज को असहनीय दर्द होता है। नई सेवा से ऐसे मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। खुद चिकित्सक की टीम मरीज के घर तक जाकर दवा देंगी। यह सेवा अभी मुजफ्फरपुर जिले को मिलेगी। उसके बाद इसका विकास होगा। पटना एम्स के डीन डा.उमेश बदानी ने कहा कि बिहार में पैलिएटिव केयर की बहुत आवश्यकता है। विशेष रूप से घर पर जाकर मरीजों की देखभाल यहां उपलब्ध नहीं है। एम्स पटना की ओर से आने वाले दिनों में स्वास्थ्यकर्मियों को बिहार के अन्य जिलों में इस सेवा को शुरू करने के लिए ट्रेनिग दी जाएगी। एसकेएमसी के प्राचार्य डा.विकास कुमार ने कहा कि इस तरह की सेवा से बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी। मौके पर पेन एंड पैलिएटिव मेडिसिन के प्रधानाध्यापक डा.कुणाल रंजन, एनटीपीसी के जेनरल मैनेजर हरजीत सिंह आदि थे।

अनुसंधान केंद्र प्रभारी डा.रविकांत सिंह ने बताया कि अल्केम के साथ मिलकर इस सेवा की जिले में शुरुआत की गई है। कोशिश है कि आने वाले एक साल में यह सुविधा बिहार के 16 जिलों को मिले। इन मरीजों को मिली पहले दिन सेवा

वाहन से शुक्रवार को कैंसर मरीज मंजू देवी के घर पर जाकर इलाज व सेवा दी गई। पैलिएटिव केयर टीम में डा.गायत्री तंबोली, डा.नीलू राय, डा.सरिता कलिता आदि शामिल रहीं।

सेवा का ये है उद्देश्य

आखिरी स्टेज में कैंसर लाइलाज हो जाता है। ऐसे मरीजों को चिकित्सक घर भेज देते हैं। घरवाले भी दर्द से तड़पते मरीज की आखिरी सांसें गिनने का इंतजार करते रहते हैं। ऐसे मरीजों और उनके घरवालों के दर्द पर मरहम लगाने के लिए पैलिएटिव केयर यूनिट अपनी सेवा देगी। कैंसर की आखिरी स्टेज से जूझ रहे मरीजों को दर्द कम करने की दवा देने के साथ उनकी पूरी देखभाल भी होगी। इसके साथ मरीजों के घरवालों को उनकी देखभाल की ट्रेनिग भी दी जाएगी।

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