चुनावी दंगल में गुरु ने मारी बाजी, शिष्य ने शिकस्त खाकर छूए पांव

एमडीडीएम कॉलेज में भारी गहमागहमी के बीच बुस्टा का चुनाव संपन्न, एलएस कॉलेज के प्रो. अवधेश कुमार सिंह महासचिव निर्वाचित!

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 12:00 AM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 12:00 AM (IST)
चुनावी दंगल में गुरु ने मारी बाजी, शिष्य ने शिकस्त खाकर छूए पांव
चुनावी दंगल में गुरु ने मारी बाजी, शिष्य ने शिकस्त खाकर छूए पांव

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार विश्वविद्यालय (सेवा) शिक्षक संघ (बुस्टा) का चुनाव रविवार को भारी गहमागहमी के बीच एमडीडीएम कॉलेज में संपन्न हुआ। तमाम अंतकर्लह व द्वंद्व के बीच यह चुनाव अध्यक्ष पद पर गुरु-शिष्य के आमने-सामने होने से दिलचस्प और यादगार बन गया। चुनाव में आखिरकार गुरु ने बाजी मारी और शिष्य ने हार के साथ ही उनके पांव छूकर अपने शिष्य धर्म का फर्ज भी निभाया। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार डॉ. विवेकानंद शुक्ला को 36 वोटों में 27 वोट हासिल हुए तो उनके शिष्य रहे विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार राय को नौ वोटों से संतोष करना पड़ा। दोगुने वोटों से गुरु डॉ. शुक्ला की जीत हुई। महासचिव के लिए तीन दावेदारों में एलएस कॉलेज के राजनीति विज्ञान के शिक्षक प्रो. अवधेश कुमार सिंह ने 17 वोट लेकर जीत हासिल की तो उनके प्रतिद्वंद्वियों में एलएस कॉलेज से ही डॉ. पंकज कुमार को 11 व आरडीएस कॉलेज से डॉ. रमेश गुप्ता को सात मतों से संतोष करना पड़ा। उपाध्यक्ष पद के लिए एलएस कॉलेज के भोजपुरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. जयकांत सिंह जय व आरडीएस कॉलेज से गणित के शिक्षक डॉ. संजय कुमार विजयी हुए। एमडीडीएम से मनोविज्ञान की शिक्षिका डॉ. शकीला अजीम निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुनी गईं।

चुनाव के पहले संघ का द्विवार्षिक सम्मेलन

चुनाव के पहले संघ का द्विवार्षिक सम्मेलन हुआ। इसमें कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव, प्राचार्य डॉ. ममता रानी, विधान पार्षद पूर्व महासचिव डॉ. अरुण कुमार सिंह खासतौर पर मौजूद थे। रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. अशोक श्रीवास्तव की देखरेख में चुनाव संपन्न हुआ। कुल 39 वोटर में 36 ने वोट डाले। महासचिव के चुनाव में एक वोट अवैध घोषित किया गया।

नई कार्यकारिणी का भी हुआ चुनाव

दो वर्ष के लिए कार्यकारिणी का भी चुनाव हुआ। इसमें एमडीडीएम कॉलेज से सचिव डॉ. किरण झा, पीजी विभाग से डॉ. पीके सिन्हा, एलएस से डॉ. सुनील कुमार मिश्रा, डॉ. एमएन सिंह, डॉ. मो. इकबाल हुसैन के अलावा विवि प्रतिनिधि के रूप में पूर्व प्रोवीसी डॉ. तौकिर आलम, डॉ. संजीव कुमार मिश्रा, डॉ. स्वस्ति वर्मा, सौरभ राज, डॉ. आरआर झा चुने गए।

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