नेपाल की आग : माओवादी नेता के साथ बैठक में निर्णय, अब मधेस देश की मांग

काठमांडू में मधेसी मोर्चा के नेताओं व माओवादी नेता पुष्पकमल दहाल उर्फ प्रचंड के बीच गुप्त स्थान पर बैठक हुई। तीन घंटे तक मोर्चा के शीर्ष नेताओं व माओवादी अध्यक्ष सह राजनीतिक संयोजक प्रचंड ने मधेस की समस्या के समाधान को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2015 08:48 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2015 11:10 AM (IST)
नेपाल की आग : माओवादी नेता के साथ बैठक में निर्णय, अब मधेस देश की मांग

जेएनएन, मुजफ्फरपुर। काठमांडू में मधेसी मोर्चा के नेताओं व माओवादी नेता पुष्पकमल दहाल उर्फ प्रचंड के बीच गुप्त स्थान पर बैठक हुई। तीन घंटे तक मोर्चा के शीर्ष नेताओं व माओवादी अध्यक्ष सह राजनीतिक संयोजक प्रचंड ने मधेस की समस्या के समाधान को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

नेपाल के राजनीतिक गलियारों में इसे सकारात्मक नजरिए से देखा जा रहा है, हालांकि माओवादी व मोर्चा ने अधिकृत रूप से कुछ भी नहीं बताया। इतना कहा है कि आंदोलन का स्वरूप 15 दिनों के अंदर बदलेगा। अब मधेस देश की मांग होगी।

मोर्चा के सूत्रों ने बताया कि सद्भावना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र महतो, उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता लक्ष्मणलाल कर्ण, महेंद्र राय, संघीय समाजवादी पार्टी फोरम नेपाल के उपाध्यक्ष उपेंद्र यादव व तमलोपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंथ ठाकुर ने काफी देर तक मंथन किया।

इस बीच, मधेसी आंदोलन के 99वें दिन बुधवार को जलेश्वर, मटिहानी, तुलसियाही गांव में मधेसी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर नेपाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। मटिहानी में मधेसी कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल चलाने पर भी रोक लगा दी। जलेश्वर में मंगलवार की रात दो बाइक में आग लगा दी गई। वहीं चोरी-छिपे नेपाल ले जा रहे 150 लीटर पेट्रोल, 86 लीटर डीजल व 40 लीटर केरोसिन को नष्ट कर दिया।

मुखर रहा आक्रोश

पूरा तराई का इलाका आक्रोश में सुलग रहा है। सर्लाही जिला के फुलजोर में जहां मधेसियों ने रैली निकाली वहीं मलंगवा में जगह-जगह विरोध जुलूस निकाल आक्रोश जताया। जगह-जगह आगजनी की। बड़ी मात्रा में तस्करी की सामग्री आग के हवाले कर दी। उधर, सप्तरी व उसके आसपास के इलाके में बुधवार को भी कफ्र्यू जारी रहा। इसके अलावा सोनबरसा, भि_ामोड़ व बैरगनिया बार्डर के पास नो मेंस लैंड पर मधेसियों का धरना अनवरत जारी है।

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