कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को मधुबनी का विभाग अलर्ट, बच्चों के लिए बेड सुरक्षित

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिले के एसएनसीयू में तीन चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया गया है । आंगनवाड़ी सेविका आशा एएनएम पारा मेडिकल स्टाफ बीएचएम बीसीएम को लगातार जूम एप पर प्रशिक्षित किया जा रहा है ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 11:48 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 11:48 AM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को मधुबनी का विभाग अलर्ट, बच्चों के लिए बेड सुरक्षित
रामपट्टी कोविड केयर सेंटर तथा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर के 10 फीसद बेड बच्चों के लिए रिजर्व। फोटो- जागरण

मधुबनी, जासं। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। तीसरी लहर का बच्चों पर अधिक असर पड़ने की आशंका से मुकाबला के लिए खास तैयारी की गई है। बच्चों पर कोविड के असर की आशंका को लेकर एसएनसीयू में 15 बेड व शिशु वार्ड में नौ बेड बच्चों के इलाज के लिए सुरक्षित किए गए हैं। वहीं, जिले के रामपट्टी कोविड केयर सेंटर के 100 बेड तथा 150 बेड वाले डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर के 10 फीसद बेड बच्चों के लिए सुरक्षित किए गए हैं। सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराई गई है। बच्चों को दी जाने वाली सभी दवाएं उपलब्ध हैं। इन दिनों अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 बच्चे सर्दी, खांसी, बुखार से संक्रमित पहुंच रहे हैं।

एसएनसीयू में तीन चिकित्सक प्रतिनियुक्त

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिले के एसएनसीयू में तीन चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया गया है। आंगनवाड़ी सेविका, आशा, एएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ, बीएचएम, बीसीएम को लगातार जूम एप पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने की योजना बनाई जा रही है। रेफर की व्यवस्था के लिए 102 सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।

सदर अस्पताल के 60 बेड तक ऑक्सीजन की सुविधा

सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाई गई है। प्लांट से अस्पताल के 60 बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। अस्पताल के इन 60 बेड में कैदी वार्ड के दो बेड, ऑर्थो वार्ड के 20 बेड, मेडिकल वार्ड के 12 बेड, शिशु वार्ड के सात बेड, इमरजेंसीसी वार्ड के रूम नंबर एक में तीन व रूम नंबर दो में पांच बेड, महिला वार्ड में 11 बेड तक पाइपलाइन से ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था बहाल की गई है। ऑक्सीजन प्लांट से पाइपलाइन का कंट्रोल रूम बनाया गया है। सदर अस्पताल में आक्सीजन रिफलिंग की सुविधा होगी।

टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर दिया जा रहा जोर

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता के साथ तैयारी की जा रही है। टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है। जांच में वृद्धि की गई है। कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर में कोविड उपचार के लिए सैय्या के निर्माण की पहल की गई है। सदर अस्पताल के पेडियाट्रिक्स वार्ड में एसी की सुविधा बहाल की जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर में जीरो से 18 वर्ष उम्र तक के बच्चे, किशोर, किशोरी को विशेष रूप से प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की गई है।

chat bot
आपका साथी