ब‍िहार में शराब तस्करी पर काबू नहीं, बार्डर पर धड़ल्ले से चल रहा खेल, रक्‍सौल का मामला

East Champaran रक्सौल रामगढ़वा आदपुर छौड़ादानो और नेपाल का परसा रौतहट व वीरगंज तस्करों का अड्डा12 से 15 लाख का हर रोज बार्डर पर धंधा नेपाल इलाके में शराब पीने जाते भारतीय सीमा के लोग ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 08:18 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 08:18 PM (IST)
ब‍िहार में शराब तस्करी पर काबू नहीं, बार्डर पर धड़ल्ले से चल रहा खेल, रक्‍सौल का मामला
भारत-नेपाल सीमा पर पादक पदार्थों के साथ शराब का धंधा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पूर्वी चंपारण,रक्सौल {विजय कुमार गिरि}। भारत-नेपाल से जुड़ी सीमा पर मादक पदार्थों के अलावा शराब की तस्करी भी धड़ल्ले से हो रही है। खुली सीमा होने के कारण ग्रामीण रास्तों से आसानी से विभिन्न ठिकानों पर शराब पहुंचाई जाती है। पूर्वी चंपारण के रक्सौल, रामगढ़वा, आदपुर, छौड़ादानो आदि प्रखंडों से होकर तस्करी हो रही, जबकि नेपाल का परसा, रौतहट व वीरगंज तस्करों का अड्डा है।

शराब की तस्करी में चोरी के वाहनों का इस्तेमाल 

स्थानीय इलाकों में शराब की तस्करी के लिए चोरी के वाहनों का इस्तेमाल होता है। तस्कर इनमें सीट, डिक्की, पेट्रोल टंकी आदि में गुप्त स्थान बनवाते हैं। अन्य शहरों में बड़ी खेप भेजने के लिए पेट्रोल या गैस टैंकर या ट्रक आदि का सहारा लेते हैं। केवल रक्सौल के 55 किमी लंबे बार्डर पर बड़ी खेप को छोड़कर हर रोज दो दर्जन से अधिक बाइक सवार तस्कर ग्रामीण रास्तों से आना-जाना करते हैं।

हर रोज लाखों का धंधा 

रक्सौल सीमा से सटे नेपाल के बाजारों और ग्रामीण इलाकों में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ी है। यह तेजी पिछले पांच वर्षों में आई है। नियमित पीने वाले लोग शाम होते ही नेपाल के सीमावर्ती वीरगंज के होटलों और बीयर बार में पहुंच जाते हैं। वहां से शराब पीकर ग्रामीण रास्तों से वापस आ जाते हैं। नेपाल आम्र्ड पुलिस फोर्स के सूत्रों का कहना है कि रक्सौल बार्डर से पार कर हर रोज दो से ढाई हजार लोग नेपाल शराब पीने पहुंचते हैं। इनमें मुजफ्फरपुर, पटना, बेतिया और शिवहर तक के लोग होते हैं। वहां के एक अधिकारी की मानें तो शराब की बड़ी खेप की तस्करी छोड़ दी जाए तो बार्डर पर हर रोज छोटे तस्करों व पीने-पिलाने में करीब 12 से 15 लाख भारतीय मुद्रा का धंधा होता है। नेपाली पुलिस या सशस्त्र सीमा बल के जवान कार्रवाई तो करते हैं, लेकिन इनपर स्थायी अंकुश नहीं लग पाया है।

दो साल में 200 से अधिक तस्कर गिरफ्तार 

रक्सौल थानाध्यक्ष शशिभूषण ठाकुर बताते हैं कि बार्डर के इलाकों में लगातार गश्ती की जाती है। तस्करी के मामले में पिछले दो वर्षों में 200 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान वाहन के साथ कम से कम पांच करोड़ की शराब जब्त की गई है। उधर नेपाल ने भी सख्ती बरतनी शुरू की है। रात 10 बजे के बाद शराब की दुकान बंद करने का आदेश दिया गया है।

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