जलजमाव से एक हजार एकड़ पड़ी हुई बेकार, नहीं हो पा रही खेती
मुजफ्फरपुर मोतीपुर प्रखंड की पगहिया पंचायत में शिक्षा स्वास्थ्य सड़क से लेकर कई समस्याएं जटिल हैं।
मुजफ्फरपुर : मोतीपुर प्रखंड की पगहिया पंचायत में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क से लेकर कई समस्याएं जटिल हैं। रविवार को दिस्तौलिया स्थित मुखिया के आवास पर दैनिक जागरण की ओर से आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने खुलकर पीड़ा सुनाई। पंचायत की क ई सड़कों को पक्कीकरण का इंतजार है। जलजमाव के कारण पंचायत की करीब एक हजार एकड़ जमीन बेकार पड़ी हुई है। कृषक खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। कल्याणी पुल जाम रहने के कारण खेतों से जलनिकासी नहीं हो पा रही है। नीलगाय व जंगली सुअर के आतंक से यहां के किसान खेती छोड़ रहे हैं। पगहिया के डीलर को छोड़ तीन अन्य डीलर गरीबों का राशन बेचने में माहिर हैं। उपभोक्ताओं ने डीलर रामचंद्र राम, मदन सिंह व सुरेंद्र दीक्षित पर साल में महज पाच माह का ही राशन देने का आरोप लगाया। कुछ माह पहले एमओ की जाच रिपोर्ट में भी कालाबाजारी की पुष्टि हुई थी। जांच रिपोर्ट देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उपभोक्ताओं का कहना है कि पंचायत में वैसै लोगों को राशन कार्ड मिला है जो पहले से ही सुखी-संपन्न हैं। गवसपुर मुशहर प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षक व 150 बच्चे नामाकित हैं, लेकिन दस प्रतिशत छात्रों का भी उपस्थिति नहीं होती। जबकि हाजिरी 75 प्रतिशत छात्रों की बनाई जाती है। वहीं, शिक्षकों के स्कूल आने का कोई समय निर्धारित नहीं है। वर्षो से छात्रों को छात्रवृत्ति व पोशाक की राशि नहीं मिली। यही स्थिति गवसपुर पोखर प्राथमिक विद्यालय की है। यहां एचएम मीरा कुमारी 11 बजे आती हैं और दो बजे विद्यालय बंद कर चली जाती हैं। माणिकपुर पोखर प्राथमिक व उर्दू विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति नगण्य रहती है। शिक्षक हमेशा लेटलतीफ ही रहते हैं। सबसे खराब स्थिति पगहिया साह जी टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय उर्दू की है जहां मध्याहन भोजन कभी-कभार ही बनता है। एचएम को छोड़ शिक्षक - शिक्षिकाएं कब आती और जाती हैं, ग्रामीणों को पता ही नहीं चलता। मदरसा की भी यही स्थिति है। परसौनी कपूर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शिक्षकों की उदासीनता से पठन - पाठन काफी चिंतनीय है। मेनू के अनुसार छात्रों दोपहर का भोजन भी नहीं मिलता। एचएम शिवशकर पंडित अपने घर पर ही स्कूल का सामान रखते हैं। जगदवन छपरा मवि में छात्रों की हाजिरी दोगुनी से भी अधिक बनाई जाती है। सिलेंडर के बदले जलावन पर मध्याहन भोजन बनाई जाती है। आगनबाड़ी केंद्र कागज पर ही संचालित हैं। पगहिया स्वास्थ्य उपकेंद पर हमेशा ताला ही लगा रहता है। एएनएम अक्सर गायब रहती हैं। पंचायत में कॉलेज नहीं होने से छात्र - छात्राओं को 15 किमी दूर जैतपुर कॉलेज जाना पड़ता है। पंचायत भवन नहीं होने से मुखिया व सचिव को सामुदायिक भवन में बैठकर काम करना पड़ता है। एकौलिया से लेकर गवसपुर तक नहर की खुदाई जरूरी है। पंचायत के चार में से तीन राजकीय नलकूप वर्षो से बंद है जिसे चालू कराने की दिशा में विभाग पहल नहीं कर रहा। लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत शौचालय निर्माण के एवज में मिलने वाली प्रोत्साहन राशि रिश्वतखोरी की भेंट चढ़ गई है। इसमें लाभुकों से दो-दो हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। कई जगहों पर आज भी बांस-बल्ले के सहारे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। किसानों के बोरिंग पर मोटर का कनेक्शन कई माह से लंबित है।
ये रहे शामिल : मानवेंद्र सिंह, पंकज महतो, युवा राजद के पंचायत अध्यक्ष बीरबल पंडित, नंदकिशोर राय, संतोष सिंह, प्रभात कुमार, मो. कलाम, मो. असलम, मो. शरीफ, मो. सरवर, कमलेश कुमार, भगेरन उर्फ चलितर पंडित, मनोज पंडित, छात्र जदयू के प्रखंड अध्यक्ष पंकज कुमार, नागेंद्र सिंह, छोटू सिंह, केदार गुप्ता, केशवर पंडित, गंजू पंडित, नंदू राम, मो. मुमताज, मो. शमशुल हक, रीतन माझी, रविंद्र राय, दिव्यरंजन सिंह आदि। पंचायत एक नजर :
गांव -7 , जगदवन छपरा ,दिस्तौलिया ,परसौनी कपूर, माणिकपुर , एकौलिया , पगहिया रैयती , गवसपुर
आबादी -11 हजार
स्कूल- 9
आंगनबाड़ी केन्द - 21
पीडीएस दुकान - 4
नलकूप-4
मंदिर - 15
मस्जिद - 4
मुखिया का वर्जन
अपने पति मनोज पंडित के सहयोग से पंचायत को विकास के पथ पर पहुंचाया है। 130 लोगो को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाया, 1400 को वृद्धापेंशन मिल रही है। 20 सड़कों का पक्कीकरण कराया। राशन वितरण व्यवस्था को सुचारू करने के लिए शीघ्र आदोलन करेंगी। तीन माह में पंचायत के 13 वार्डों में जल-नल योजना का काम पूरा हो जाएगा। पगहिया को प्रखंड की मॉडल पंचायत बनाना उनका मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए सर्वे हो चुका है।
संजू देवी, मुखिया। हमारा प्रयास आपको कैसा लगा आप हमारे वाटसप नंबर -9934606872 या मोबाइल नंबर 8709720193पर दे सकते हैं।