Journalist Rajdev Ranjan murder case में आठवीं बार टली गवाही, 22 जुलाई को अगली सुनवाई
तकनीकी खराबी के कारण तिहाड़ जेल से पूर्व सांसद शहाबुद्दीन व भागलपुर जेल से लड्डन मियां की वीडियो कांफ्रेंसिंग ने नहीं हो सकी पेशी। पहले 17 लोगों की हो चुकी गवाही ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले मेें बुधवार को भी एडीजे-9 वीरेंद्र कुमार के विशेष कोर्ट में सीबीआइ की ओर से गवाह पेश नहीं हुआ। इससे पहले 17 गवाह पेश किए जा चुके हैं। 18 वें गवाह की पेशी लगातार आठवीं बार टली है। कोरोना संक्रमण के कारण गवाह पेश नहीं किए जाने की बात बताई जा रही है। सीबीआइ की ओर से भी कोई अधिकारी विशेष कोर्ट में पेश नहीं हुए। विशेष कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 22 जुलाई मुकर्रर की है।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता शरद सिन्हा ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में तकनीकी खामियों के कारण तिहाड़ जेल में बंद आरोपित पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन व भागलपुर जेल में बंद अजहरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां की पेशी नहीं हो सकी। मुजफ्फरपुर जेल में बंद आरोपितों राजेश कुमार, रोहित कुमार सोनी, सोनू कुमार गुप्ता व रिशु जायसवाल की वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोर्ट के समक्ष पेशी हुई।
यह है मामला
13 मई 2016 को सिवान के स्टेशन रोड में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शुरू में मामले की जांच पुलिस और बाद में सीबीआइ ने की। सीबीआइ ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सहित आठ के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें एक आरोपित के किशोर घोषित होने पर उसका मामला किशोर न्याय बोर्ड को सौंप दिया गया।