West Champaran: अपनी रक्षा के लिए अंतिम दम तक लड़ी थी युवती, आरोपित के शरीर पर जख्म
पश्चिम चंपारण की युवती जान बचाने अंतिम समय तक संघर्ष करती रही गिरफ्तार आरोपित के शरीर पर है जख्म के निशान जख्म प्रतिवेदन लेने पहुंचे चिउटाहां थानाध्यक्ष अनुपस्थित थे चिकित्सक 18 मार्च को मिली थी युवती की लाश
पश्चिम चंपारण, जासं। बगहा की बेटी ने आरोपित से अंतिम समय तक संघर्ष करती रही। अपनी इज्जत बचाने को आरोपित से लड़ती रही।हैवान के हाथ पर दांत गड़ा दिए। युवती के हमले में आरोपित के पैर में भी काफी चोट आई। उसने अंतिम सांस तक संघर्ष किया। हालांकि इसके बावजूद युवती खुद की प्राण रक्षा नहीं कर सकी। इसका प्रमाण आरोपित राजू बैठा की कलाई पर दांत के निशान और पैर में चोट है। चिउटाहां पुलिस ने जब आरोपित को गिरफ्तार किया तो उसके हाथ और पैर में जख्म के निशान थे। थानाध्यक्ष ने अनुसंधानक शत्रुध्न यादव के साथ आरोपित को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजा। कार्यरत चिकित्सक डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने आरोपित का इलाज किया। उसके बाद पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया था।
युवती के स्वजनों को मिली चार लाख की राहत राशि
चिउटाहा थाना क्षेत्र की युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पुलिसिया जांच जारी है। इस बीच जिला प्रशासन के द्वारा मृतका के स्वजनों को 4,12,500 रुपये का मुआवजा दिया गया है। एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया कि जिला कल्याण पदाधिकारी के द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत उक्त राशि युवती के स्वजनों के खाते में भेज दी गई है। युवती की हत्या की जानकरी मिलने के बाद प्रशासनिक महकमे ने योजना का लाभ दिलाने की अनुशंसा करते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखा था। एसपी ने बताया कि पीडि़ता को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बता दें कि स्वजन पीडि़त परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
युवती के हत्यारे को कड़ी सजा देने की उठी मांग
चिउटांहा ओपी के एक गांव निवासी युवती के साथ दुष्कर्म व हत्या को लेकर आक्रोश चरम पर है। समाज को कलंकित करने वाले दोषियों को पर कार्रवाई की मांग के साथ सोमवार की संध्या पहर कैंडल मार्च निकाला गया। प्रखंड प्रमुख निर्मला देवी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम प्रखंड के खटौरी गांव में आयोजित किया गया। जिसमें दर्जनों की संख्या में महिलाएं शामिल थी। इस दौरान समाज को बताया गया कि नारी को अबला समझने की गलती नहीं करें। कहा गया कि ममता के मामले में महिलाएं चुप नहीं रहने वाली हें। इस दौरान अन्य दोषियों की गिरफ्तारी व सख्त से सख्त सजा देने की मांग भी उठाई गई। प्रखंड प्रमुख ने कहा कि ऐसे समाज के कलंकित इंसान को इस समाज में जीने का कोई हक नही हैं। इन्हें अविलंब सरकार फांसी की सजा दे। अगर मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो हम सभी नारी चट्टानी एकता के साथ इससे भी बड़े आंदोलन का आगाज करेंगे। इस मार्च में कलावती देवी, अनिता देवी, गायत्री देवी, मीना देवी, सुनीता देवी, अनिया देवी समेत अन्य महिलाएं शामिल थी।