आवास योजना में फर्जीवाड़ा, 41 आवेदन पाए गए फर्जी
नगर निगम आवास योजना में फर्जीवाड़ा का मामला परत दर परत खुलता जा रहा है। नगर आयुक्त की सख्ती के यह मामला पकड़ में आया है।
मुजफ्फरपुर। नगर निगम आवास योजना में फर्जीवाड़ा का मामला परत दर परत खुलता जा रहा है। नगर आयुक्त की सख्ती के यह मामला पकड़ में आया है। शुक्रवार को मुशहरी अंचल के सीआइ से जब जांच कराई गई तो 41 लाभुकों के आवेदन फर्जी पाए गए। इसकी सूचना मिलते ही मेयर सहित अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जानकारी से अवगत होने मेयर सुरेश कुमार, नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा नगर निगम सभागार में पहुंचे। मुशहरी अंचल के सीआइ मो. रिजवान, कर्मचारी सचिंद्र तिवारी, चंद्रेश्वर सिंह, अनिल कुमार सहित दो लिपिक भी पहुंचे थे। पत्रांक-दिनांक का गलत नंबर होने के साथ सीओ का हस्ताक्षर फर्जी पाया गया। नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने बताया कि 217 आवेदनों की जांच में 41 कागजातों पर मुशहरी सीओ का हस्ताक्षर गलत पाया गया। प्रथम किस्त में लिए 127 आवेदन आए इसमें 105 सही पाया गया और 22 लोगों के कागजात गलत पाए गए। वहीं द्वितीय किस्त के लिए 90 आवेदन आए जिसमें 71 सही पाए गए और 19 लोगों के कागजात गलत थे। नगर आयुक्त ने बताया कि, प्रधानमंत्री आवास योजना में दो लाख रुपये देने का प्रावधान है। प्रथम किस्त 50 हजार, द्वितीय किस्त एक लाख, तृतीय किस्त 20 हजार और चौथे किस्त 30 हजार देने का प्रावधान है। फर्जी कागजात वाले जिन लोगों द्वारा प्रथम व द्वितीय किस्त उठा लिया गया है, उनके खिलाफ वसूली की कार्रवाई की जाएगी। नहीं देने पर एफआइआर की जाएगी। अब प्रत्येक शुक्रवार को कैंप लगेगा जिसमें आवास योजना के आए आवेदनों की पूरी तरह जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि गोपनीय तरीके से कार्यालय की भी जांच कराई जाएगी।