दरभंगा में कोरोना नमूने की जांच के लिए मिलीं चार नई मशीनों का उपयोग नहीं
डीएमसीएच की लेबोरेटरी में जांच के लिए लगाई गईं सभी चार मशीनें ठप प्राचार्य ने कहा- पूरा हो रहा सरकार का लक्ष्य जरूरत पडऩे पर होगा नई मशीनों का उपयोग कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए करें गाइडलाइन का पालन
दरभंगा, जासं। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (डीएमसीएच) में सरकार ने कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए आधा दर्जन कोविड-19 जांच मशीन की आपूर्ति की। लेकिन, उनमें से अबतक चार मशीनों का उपयोग नहीं किया जा सका है। मेडिकल कॉलेज के मात्र दो मशीनों से कोरोना नमूने की जांच हो रही है। इधर शोधकर्ताओं ने तीसरे लहर की आशंका जता दी है। बावजूद इसके बंद पड़ी शेष मशीनों को चालू करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास नहीं किए जा सके हैं।
जिन मशीनों से काम नहीं लिया जा रहा उनमें ट्रुनेट, फुल्ली ऑटोमेटिक, सीबी नेट और एक साधारण मशीन शामिल है। इसके अलावा एक मशीन टीबीडीसी की लेबोरेटरी में पड़ी है। अबतक इन मशीनों से काम लेना तो दूर ठीक से इनका ट्रायल भी नहीं किया जा सका है। यदि समय रहते नई मशीनों को चालू नहीं किया गया तो तीसरी लहर आने पर नमूने की जांच में परेशानी आ सकती है।
याद रहे कि सरकार की ओर से डीएमसीएच समेत सूबे के 36 केंद्रों में नई मशीन आरटीपीसीआर के साथ ही सीवी नेट और ट्रू नेट की आपूर्ति जून 2020 में की गई थी। ताकि, पहले से अधिक नमूनों की जांच की जा सके। इन सभी केंद्रों पर नई मशीनों में कोरोना के नमूनों की जांचकर जांच रिपोर्ट शीघ्र दिया जा सके। लेकिन, डीएमसीएच में नई मशीन जस का तस रखी हुई है। इस मशीन की क्षमता हर दिन एक हजार से अधिक जांच करने की है। इधर दरभंगा मेडिकल कालेज में दो मशीनों से ही कोरोना के नमूने की जांच की जा रही है। इसमें 2014 में पांच करोड़ की राशि खर्च कर चालू की गई बीएसएल-थ्री लेबोरेटरी है।
- जांच के लिए सरकार की ओर से दिए गए लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है। जरूरत पडऩे पर नई मशीनों का उपयोग किया जाएगा। - डा. केएन मिश्रा प्राचार्य दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल