पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन समेत आधा दर्जन अधिकारियों के वेतन पर रोक, DM ने की कार्रवाई

जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने समय पर स्पष्टीकरण नहीं देने पर की कार्रवाई। जिलाधिकारी ने इसे उनकी स्वेच्छाचारिता कर्तव्य के प्रति असंवेदनशीलता और घोर लापरवाही माना है इसके लिए 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब वरना अनुशासनात्मक कार्रवाई की दी चेतावनी दी।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 09:22 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 09:22 AM (IST)
पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन समेत आधा दर्जन अधिकारियों के वेतन पर रोक, DM ने की कार्रवाई
पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की फाइल फोटो

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सिविल सर्जन और चकिया के एसडीओ समेत आधा दर्जन बड़े अधिकारियों का वेतन भुगतान रोक दिया है। बताया गया है कि जिलाधिकारी ने अलग अलग मामलों में इन अधिकारियों से जवाब मांगा था मगर इन अधिकारियों ने इसे कोई तवज्जो नहीं दी और भूल गए। जिलाधिकारी ने इसे उनकी स्वेच्छाचारिता, कर्तव्य के प्रति असंवेदनशीलता और घोर लापरवाही माना है और इसके लिए उन्हें कड़ा पत्र जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया है। जिलाधिकारी ने कहा है कि जबतक इनका संतोषजनक जवाब नहीं मिल जाता इनके वेतन भुगतान पर रोक रहेगी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

 मिली जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन से बिजली के अभाव में सदर अस्पताल में मोमबत्ती से हो रहे इलाज के संबंध में उनसे जवाब मांगा था, लेकिन सिविल सर्जन ने इस संबंध ने इसका कोई जवाब जिलाधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया। इसी प्रकार चकिया एसडीओ से जिलाधिकारी ने चकिया नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न वार्डो सहित वैशाहां व कुड़िया पंचायत में राशन से वंचित व्यक्तियों के संबंध में उन्हें जांच कर इसके लिए दोषी अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की थी लेकिन अनुमंडल पदाधिकारी ने इसका अनुपालन नहीं किया।

 वहीं जिला योजना पदाधिकारी और रक्सौल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी का भी प्रतिवेदन नहीं सौंपने पर वेतन रोका गया है।  इन दोनों अधिकारियों से 25 नवंबर को मुरला पंचायत के बौधी माईस्थान स्थित एनएच 28ए से रामपुर गांव तक जाने वाली करीब 44 लाख की लागत से डेढ़ किलोमीटर तक सड़क का मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 12 अक्टूबर 2019 को शिलान्यास किए जाने के 14 माह बाद भी सड़क निर्माण शुरू नहीं होने और रक्सौल शहर के वार्ड चार स्थित तुमरिया टोला मोहल्ले में नाला निर्माण को लेकर प्रदर्शन की सूचना पर जवाब तलब किया गया था, मगर दोनों अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया।

 इसी प्रकार ग्रामीण विभाग ग्रामीण कार्य विभाग सिकरहना के कार्यपालक अभियंता से भी 4 अगस्त को बनकटवा प्रखंड अंतर्गत बिजबनी गांव से होकर गुजरने वाली भारत नेपाल सड़क के जर्जर होने की स्थिति में उनसे स्पष्टीकरण मांगा था जिसका जवाब देने में इन्होंने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिलाधिकारी ने इस रवैये को काफी गंभीरता से लिया है।

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