ंतबदला के बाद मैसेंजर बुक सहित लिपिक गायब

स्वास्थ्य विभाग में तबदला के बाद योगदान व प्रभार देने में 'खेल' चल रहा है। कई लिपिक वेतन लेने के लिए नई जगह पर योगदान तो दे दिया, लेकिन अपने मूल जगह का प्रभार नहीं दे रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Jul 2018 10:33 AM (IST) Updated:Sat, 21 Jul 2018 11:02 AM (IST)
ंतबदला के बाद मैसेंजर बुक सहित लिपिक गायब
ंतबदला के बाद मैसेंजर बुक सहित लिपिक गायब

म़ुजफ्फरपुर । स्वास्थ्य विभाग में तबदला के बाद योगदान व प्रभार देने में 'खेल' चल रहा है। कई लिपिक वेतन लेने के लिए नई जगह पर योगदान तो दे दिया, लेकिन अपने मूल जगह का प्रभार नहीं दे रहे है। सकरा पीएचसी का एक लिपिक तबादला का सूचना मिलते ही मैसेंजर बुक लेकर गायब हो गया। मई में हुआ था तबादला

24 मई 20018 को स्वास्थ्य विभाग में सामूहिक तबादला हुआ था। इसी समय सकरा के चंदनपट्टी स्वास्थ्य केंद्र में करीब 17 साल से पदस्थापित शशिभूषण कुमार का स्थानांतरण तुर्की मीनापुर में हुआ। इनको 28 जून तक योगदान देना था। उन्होने विरमण पत्र लेने से इंकार कर दिया। उनके आवसीय पते पर पत्र भेजा गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सकरा के प्रभारी डॉ.इरशाद आलम ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जानकारी दी है कि लिपिक शशिभूषण मैसेंजर बुक लेकर फरार है। इसके कारण मृत कर्मचारियों के सेवांत लाभ का भुगतान बाधित है। जिलाधिकारी ने किया हस्तक्षेप

तबादला के बाद पहले चरण में कोई लिपिक अपनी जगह पर जाने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप करते हुए निर्देश दिया कि जुलाई का वेतन नई जगह से लेना है। इसके बाद लिपिक अपने नये स्थान पर योगदान तो दे दिए, लेकिन विरमित होकर प्रभार देने के लिए मूल जगह पर वापस लौटे तो वे पुरानी जगह पर ही संचिका का संधारण करने लगे। सिविल सर्जन ,डॉ. शिचचन्द्र भगत ने बताया कि जिसका तबादला हुआ उन्हें जाना है। प्रभार देना है। जो लोग यह मानकर चल रहे होंगे की प्रभार देने के नाम पर माह-दो माह तक मूल जगह पर रहेंगे और फाइल को ठीक करते रहेंगे यह सब नहीं चलने वाला। वह दो दिन बाद इसकी समीक्षा करेंगे। सख्त एक्शन होगा। वैसे धीरे-धीरे सभी जगह पर नये लोगों का आना शुरू है।

chat bot
आपका साथी