कांग्रेस व्यक्ति नहीं, विचारधारा की पार्टी : गोहिल

शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि किसानों को सस्ते दर पर खाद, बीज, सिंचाई की व्यवस्था मिलनी चाहिए, कमरतोड़ मंहगाई से किसान कर रहे आत्महत्या।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 08:27 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 08:27 PM (IST)
कांग्रेस व्यक्ति नहीं, विचारधारा की पार्टी : गोहिल
कांग्रेस व्यक्ति नहीं, विचारधारा की पार्टी : गोहिल

मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। जैतपुर स्टेट परिसर जैतपुर में आयोजित संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए काग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि काग्रेस का नारा था जय जवान जय किसान, लेकिन आज बीजेपी सरकार ने नारा दी है मरे जवान मरे किसान। कृषि प्रधान देश में किसानों को सस्ते दर पर खाद, बीज, सिंचाई की व्यवस्था मिलनी चाहिए थी। लेकिन कमरतोड़ मंहगाई से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कहा कि काग्रेस विचारधारा की पार्टी है, व्यक्ति की नहीं। गोहिल ने कहा कि बिहार में भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। यहा के लोग यूपीएससी में टॉपर रहते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा अनदेखी बिहार की हो रही है। देश को अंग्रेजों ने लूटा था। इसके बावजूद काग्रेस की सरकार ने तरक्की की। लेकिन आज तरक्की के बदले साठ साल गिनाया जा रहा है। कभी काग्रेस यह नहीं कही कि अंग्रेज लूट कर चला गया, अब विकास संभव नहीं है। यूपीए की सरकार ने देश में सबसे ज्यादा धान बिहार से खरीदी थी, लेकिन मोदी सरकार की खरीदारी शून्य है।

बिहार प्रदेश काग्रेस प्रभारी मदन मोहन झा ने कहा कि महात्मा गाधी ने बिहार से आदोलन शुरू किया था। ठीक उसी तरह शक्ति सिंह गोहिल ने भाजपा के खिलाफ बिहार से लड़ाई शुरू कर दी है। संवाद में लोगों से अपील की गई कि आपलोग काग्रेस में लौटें, कार्यकर्ता की बात पर उमल की जाएगी। डॉ. शकील अहमद ने कहा कि यूपीए सरकार ने धान की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ाई थी। किसानों से पाच सौ के बदले 11 सौ रुपये में धान खरीदनी शुरू की थी। मनरेगा के तहत गाव-गाव में पैसे जा रहे थे जो देश की पूंजीपति वर्ग के हित में नहीं थी। अचानक टेलीविजन चैनल को खरीद ली। मोदी की बड़ाई व यूपीए को भ्रष्टाचार में लिप्त दिखाना शुरू की जिससे सरकार चली गई। आज हालात क्या है, आप सभी जान रहे हैं। मोदी सरकार को उखाड़कर ही आम जनता का हित संभव है। राज्यसभा सासद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह ने कहा कि जैतपुर स्टेट राजनीति संदेश देता था। टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव जीतकर भी उषा सिंह व स्व. वीरेंद्र सिंह काग्रेस के साथ खड़े होते थे। लेकिन, राजनीतिक गुटबाजी के कारण जैतपुर परिवार हाशिए पर चला गया। एकबार अगर मौका मिला तो पुन: पुरानी बातें ताजा हो जाएंगी। जैतपुर परिवार ने समाज हित में ज्यादा काम किया है। उद्घाटन भाषण देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री उषा सिंहा उपस्थित जनसमूह को देखकर भावुक हो गईं। बोली आपलोगों की उपस्थिति की मैं कर्जदार हूं। सूचना समय पर नहीं पहुंचने के बावजूद भीड़ अपने आप में संदेश दे रही है। अध्यक्षता पूर्व प्रमुख मो. उमर अंसारी, संचालन पूर्व मुखिया विद्युकांत मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन पूर्व काग्रेस प्रत्याशी अनुनय कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम को बिहार महिला काग्रेस कमेटी अध्यक्ष अमिता भूषण, पूर्व मुखिया अजय शकर सिंह, पूर्व प्रमुख मो. मोहसिन, कृपाशकर शाही, विधायक बंटी चौधरी आदि ने संबोधित किया ।

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