वाहनों की जांच में नरमी, कागजात से बेफिक्र हुए लोग
मुजफ्फरपुर वाहन जांच को लेकर बरती गई नरमी का असर जिला परिवहन कार्यालय पर नजर आने लगा है।
मुजफ्फरपुर : वाहन जांच को लेकर बरती गई नरमी का असर जिला परिवहन कार्यालय पर नजर आने लगा है। पिछले तीन-चार दिनों से जांच नहीं होने से वाहन मालिकों को जुर्माने का भय अब परेशान नहीं कर रहा है। जुर्माने से बचने के लिए वाहनों के कागजात दुरुस्त करने में जुटे लोगों ने चैन की सांस ली है। नतीजा जिला परिवहन कार्यालय में वाहन मालिकों की संख्या में कमी आने लगी है। नए एमवी एक्ट लागू होने के बाद एक सितंबर से जिला परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों के निबंधन, वाहनों का स्थानांतरण को लेकर जहां भीड़ उमड़ रही थी। जहां प्रतिदिन 600 से 700 ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन आ रहे थे, वो अब 140 से 150 तक सिमट गए है। इससे यहां के कर्मियों ने भी राहत की सांस ली है। डीटीओ मो. नजीर अहमद ने कहा कि लाइसेंस के लिए आवेदन में कमी आई है। ड्राइविंग लाइसेंस को वेंडर वसूल रहे 5000-6000 रुपये
जिला परिवहन कार्यालय में कई अवैध वेंडरों की दुकान चल रही है। वो ड्राइविंग लाइसेंस के लिए 5000 से 6000 रुपये वसूल रहे हैं। जल्दी काम कराने का झांसा देकर वो उगाही कर रहे हैं। कार्यालय में काफी संख्या में ऐसे वेंडर सक्रिय है। सर्वर फेल, हाई सिक्यूरिटी रजिस्ट्रेशन को निराश लौटे लोग
शुक्रवार को सर्वर फेल रहने की वजह से हाई सिक्यूरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए चालान कटवाने आए लोगों को निराश लौटना पड़ा। काउंटर संख्या एक पर लंबी कतार में लोग खड़े रहे। सर्वर की गड़बड़ी से चालान जमा नहीं हो पा रहा था। जिसकी वजह से काउंटर को बंद कर दिया गया।