बिहार की भाजपा विधायक को जान का खतरा, कौन रच रहा साजिश...खुलकर बताया

Bihar Crimeबिहार में सत्ता में होने के बाद भी भाजपा के विधायक खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। खासकर बीजेपी की महिला विधायक। पहले नरकटियागंज की विधायक और अब सीतामढ़ी के परिहार की विधायक ने अपनी जान को खतरा बताया है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 07 Jul 2022 11:05 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jul 2022 11:05 PM (IST)
बिहार की भाजपा विधायक को जान का खतरा, कौन रच रहा साजिश...खुलकर बताया
भतीजे की पिटाई की घटना से आहत हैं विधायक। प्रतीकात्मक फोटो

परिहार (सीतामढ़ी), संस। बिहार में भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। यहां वह नीतीश कुमार के साथ सरकार चला रही है। बावजूद उसके विधायक ही खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्हें अपनी जान को खतरा लग रहा है। खासकर महिला विधायकों को। अब परिहार विधायक गायत्री देवी ने अपनी जान को खतरा बताया है। कहा, पूरे परिवार के साथ सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं। विधायक ने अपने थानेदार से ही जान को खतरा बताया है। हालांकि इस आरोप पर अभी आरोपित थानेदार का पक्ष नहीं मिल सका है। जनप्रतिनिधि का इस तरह से चिंतित होना सवाल पैदा करता है। यदि वे ही खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो फिर जनता का क्या होगा?

थाना क्षेत्र के अंदौली गांव में गुरुवार को कुछ लोगों ने विधायक गायत्री देवी एवं पूर्व विधायक रामनरेश यादव के भतीजे मनीष कुमार की पिटाई कर दी। जिसके बाद अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। मनीष की पिटाई की सूचना पर उसके गांव से कुछ लोग आए और उनलोगों ने भी हमलावरों से मारपीट की। घटना के बाद विधायक गायत्री देवी व पूर्व विधायक रामनरेश यादव परिहार थानाध्यक्ष पंकज कुमार पर आगबबूला हो गए। उनपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक ने कहा कि परिहार थानाध्यक्ष सरकार को बदनाम करने के लिए काम कर रहे हैं। परिहार में उनके पदस्थापना के बाद हमलोग का पूरा परिवार असुरक्षित महसूस कर रहा है। दहशत में है। थानाध्यक्ष के सामने मेरे भतीजे की पिटाई हुई और वह मूकदर्शक बने रहे। विधायक के इन आरोपों के बाद थानाध्यक्ष का पक्ष लेने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई, मगर फोन रिसीव नहीं हो सका। मालूम हो कि बस की ठोकर से परसा के एक युवक की मौत के बाद लोगों ने सड़क जाम कर रखा था। इन्हीं में से कुछ लोगों ने बस में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। इसी बीच मनीष वहां पहुंचे और लोगों को रोकने की कोशिश की। जिसके बाद कुछ लोग उनपर टूट पड़े। युवक की मौत के बाद स्थिति को संभालने के लिए वहां अंचलाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन हमलावरों ने इनका डर नहीं माना। 

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