सीबीएसई 10वीं परिणाम के बाद पश्चिम चंपारण में बवाल, छात्रों ने की सड़क जाम और आगजनी

पश्चिम चंपारण के मुख्य बाजार में अस्पताल चौक पर टायर जलाकर किया प्रदर्शन संत जेवियर स्कूल और सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों ने करीब 40 मिनट तक जाम रखे सड़क लंबी लगी वाहनों की कतार विद्यालय का रिकॉर्ड अच्छा होने के बाद भी गड़बड़ी का विद्यालय प्रशासन पर लगाया आरोप।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:15 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:15 PM (IST)
सीबीएसई 10वीं परिणाम के बाद पश्चिम चंपारण में बवाल, छात्रों ने की सड़क जाम और आगजनी
पश्चिम चंपारण के मुख्य बाजार में टायर जलाकर सड़क जाम किए छात्र। जागरण

पश्चिम चंपारण, जासं। जिले में सीबीएसई 10 वीं परीक्षा के परिणाम से नाराज नरकटियागंज में संत जेवियर स्कूल और सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया अस्पताल चौक पर सड़क जाम करते हुए आगजनी की और जमकर हंगामा किया। इस दौरान जाम से वाहनों की लंबी कतार लग गई। आक्रोशित छात्रों का कहना है कि विद्यालय में उनका रिकॉर्ड अच्छी रही है। बावजूद इसके परिणाम सामने आया तो 52 फीसद से लेकर 80 फीसद तक हम छात्र सिमट कर रह गए। इसके लिए छात्र छात्राओं ने विद्यालय प्रशासन को जिम्मेवार बताते हुए सीबीएसई से जांच कराने की मांग की। मुख्य बाजार स्थित अस्पताल चौक पर इन छात्रों द्वारा सड़क जाम से गरीब 40 मिनट तक आवागमन ठप रहा। शिकारपुर पुलिस उन्हें समझाने के प्रयास में लगी रही। पुलिस द्वारा समझाने के बाद छात्रों ने सड़क जाम को खत्म किया। आक्रोशित छात्रों का कहना है कि प्रोग्रेस रिपोर्ट जानबुझ कर गलत दिया गया है, जिससे उन्हे कम अंक मिला। छात्र दिलु चौबे, गौरव जायसवाल, निशांत मिश्रा, आशु कुमार, शिवम सिंह, सोनू कुमार, सत्यम मिश्रा, वेद प्रकाश कुमार, रौशन, दीपक, सचिन, बिट्टू आदि ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से उन लोगों का कैरियर बर्बाद हो गया। अब कहीं एडमिशन नहीं हो रहा। परीक्षार्थियों ने स्कूल प्रबंधन पर उगाही का आरोप भी लगाया।

छात्रों के रिकॉर्ड को देखा गया :

सरस्वती विद्या मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष वर्मा प्रसाद और प्रधानाचार्य नागेद्र तिवारी ने बताया कि छात्रों के रिकॉर्ड को देखा गया। उनके रिकॉर्ड अनुसार ही रिपोर्ट बोर्ड को भेजा गया है। विद्यालय की ओर से कोई चूक नहीं की गई है। सब कुछ कंप्यूटर में लोड है। प्राचार्य ने बताया कि परिणाम से असंतुष्ट छात्रों के लिए परीक्षा देने का विकल्प खुला हुआ है। आगामी 16 तारीख से परीक्षा आयोजित है। उन्हें परीक्षा देने के लिए समझाया गया है। बावजूद इसके हुए वे मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि इन भोले भाले छात्रों को कुछ शरारती तत्वों द्वारा उकसाया जा रहा है। उन्होंने छात्रों से पुन: अपील की है कि सीबीएसई बोर्ड द्वारा नि:शुल्क परीक्षा की व्यवस्था की गई है। विद्यालय से संपर्क कर परीक्षा के लिए आवेदन करें और परीक्षा दें। 

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