साहेबगंज में 22 ऐच्छिक कार्यकर्ता अवैध बहाली

मुजफ्फरपुर। साहेबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अवैध बहाली का मामला सामने आया है। सिविल सर्जन डॉ.

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Apr 2018 11:16 AM (IST) Updated:Sun, 29 Apr 2018 11:16 AM (IST)
साहेबगंज में 22 ऐच्छिक कार्यकर्ता अवैध बहाली
साहेबगंज में 22 ऐच्छिक कार्यकर्ता अवैध बहाली

मुजफ्फरपुर। साहेबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अवैध बहाली का मामला सामने आया है। सिविल सर्जन डॉ.ललिता सिंह ने शनिवार को पूरी टीम के साथ पहुंचकर जांच की तथा बहाली प्रक्रिया देखकर दंग हुई। जांच के बाद दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। किसी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

दो घंटे तक चली गहन जांच

पीएचसी में अवैध बहाली की फाइल को करीब दो घंटे तक खंगाली गई। किसके आदेश पर हुई नियुक्ति, नियुक्ति का क्या था आधार, किस मद से नियोजित लोगों को किया गया भुगतान आदि विषयों पर पीएचसी प्रभारी व अन्य से पूछताछ की गई। जांच टीम ने माना कि पीएचसी में नियुक्ति में विभागीय निर्देश दरकिनार कर तथा अभ्यर्थियों के साथ धोखा किया गया।

कोई विभागीय कागजात नहीं ं

22 ऐच्छिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा रोगी कल्याण समिति के निर्णय पर दो रात्रि प्रहरी की बहाली हुई थी जिन्हें अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र मनाइन तथा माधोपुर हजारी में प्रतिनियुक्त किया गया था। रात्रि प्रहरी की नियुक्ति वर्ष 2012 तथा ऐच्छिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बहाली वर्ष 2016-17 में हुई थी। जांच में आया कि आवंटन के आलोक में दैनिक मजदूरी पर कुछ लोग रखे गए थे तथा उन्हें भुगतान दिया गया, लेकिन आवंटन बंद होते लोगों को काम से हटा दिया गया। सीएस ने बताया कि जगदीश राम तथा राणा विवेकानंद की लोक शिकायत निवारण में की गई शिकायत की तो जांच की गई।

डाटा ऑपरेटर को बनाया प्रबंधक

सिविल सर्जन ने जांच में पाया कि डाटा ऑपरेटर को प्रबंधक की जवाबदेही दी गई। इस संबंध में पीएचसी प्रभारी से पूछताछ की। उन्होंने आश्चर्य जताया कि किस तरह से नियम का दरकिनार किया गया। प्रभारी से पूरी रिपोर्ट देने को कहा।

जांच दल में डॉ. हसीब असगर के साथ प्रधान सहायक गुनानंद चौधरी भी शामिल थे। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जीके गौतम, डॉ. शिवशकर कुमार, उमेश प्रसाद तथा रोहित कुमार के साथ अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

सिविल सर्जन,डॉ.ललिता सिंह ने बताया कि अवैध बहाली का मामला जांच में सामने आया है। जांच की समीक्षा होगी। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ विभाग को लिखा जाएगा।

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