'प्रदूषण नियंत्रण को बने काूनन पर नहीं हो रहा अमल'

जासं, मुजफ्फरपुर : बिहार सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्री पीके शाही ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण सारे व

By Edited By: Publish:Tue, 14 Oct 2014 02:10 AM (IST) Updated:Tue, 14 Oct 2014 02:10 AM (IST)
'प्रदूषण नियंत्रण को बने काूनन पर नहीं हो रहा अमल'

जासं, मुजफ्फरपुर : बिहार सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्री पीके शाही ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण सारे विश्व के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इसको रोकने के लिए विश्वस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस पर नियंत्रण के लिए केंद्र एवं राज्य स्तर पर न केवल संस्थाएं बनीं बल्कि, कानून भी बने। लेकिन, उनपर अमल नहीं हो रहा। कारण सिर्फ एक है, लोगों में चेतना का अभाव। कोई भी कानून तबतक प्रभावी नहीं होगा, जबतक समाज का सहयोग नहीं मिलेगा। विकास एवं प्रकृति के बीच संतुलन होना चाहिए, अन्यथा हमारा भावी भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने उक्त बातें सोमवार को बेला औद्योगिक क्षेत्र में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय कार्यालय सह प्रयोगशाला भवन का उद्घाटन करते हुए कही।

कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित करने में गंदगी की भी अहम भूमिका है। प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान अच्छा प्रयास है। पूर्व प्रधानमंत्रियों ने भी ऐसा प्रयास किया था। लेकिन, कोई भी अभियान तभी सफल होगा जब जनता जागरूक होगी। डंडा चलाने से काम नहीं होगा बल्कि, लोगों को प्रेरित करना होगा। राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष प्रो. सुभाष चंद्र सिंह ने कहा कि बिहार में कचड़ा प्रबंधन की व्यवस्था सबसे खराब है। मेडिकल वेस्टेज के निष्पादन की व्यवस्था होने के बाद भी उसका उपयोग लोग नहीं करते। यह चिंता का विषय है। मुजफ्फरपुर में क्षेत्रीय कार्यालय एवं प्रयोगशाला स्थापित होने से 12 जिलों को लाभ मिला है। समारोह में एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. जीके ठाकुर एवं कांटी विद्युत उत्पादन केंद्र के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी तुफानी राम भी उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन पर्षद के सदस्य सचिव राकेश कुमार ने किया। बताते चलें कि भवन का शिलान्यास 29 अक्टूबर 2012 को तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किया था। इसके निर्माण पर 2.45 करोड़ रुपये खर्च हुए।

कैसी हवा में सांस ले रहे हैं जान सकते हैं आप

शहरवासी कैसी हवा में सांस ले रहे हैं, वे यह जान सकते हैं। वेबसाइट के साथ-साथ समाहरणालय स्थित डिस्प्ले बोर्ड पर जिले की हवा की शुद्धता की जानकारी अब नियमित रूप से उपलब्ध होगी। पर्यावरण एवं वन मंत्री पीके शाही ने पर्षद भवन के उद्घाटन के बाद मुजफ्फरपुर में स्थापित अनवरत परिवेशीय वायु गुणवत्ता प्रबोधन केंद्र भी समर्पित किया। केंद्र के वैज्ञानिक के अनुसार इस केंद्र में स्वचालित उपकरणों की सहायता से परिवेशीय वायु प्रदूषण स्तर का अनुश्रवण किया जाएगा। साथ ही मौसम संबंधी जानकारी, यथा वायु की गति एवं दिशा, परिवेशीय तापमान, उपेक्षित आद्रता, सौर विकिरण से संबंधित जानकारी भी इस केंद्र के माध्यम से उपलब्ध होगी। इन आंकड़ों को प्रदर्शित करने के लिए समाहरणालय में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है।

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